भारतीय न्याय संहिता में कुचलकर भागने (हिट एंड रन) के मामलों में ड्राइवर को दस साल की सजा और सात लाख रुपए जुर्माना के प्रावधान के खिलाफ ट्रक, टैंकर चालकों की देशव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन यूपी में पेट्रोल पंप से लेकर सब्जी मंडी तक असर दिखने लगा है। लखनऊ समेत कई जिलों में पेट्रोल पंप सूख रहे हैं और बाहर स्टॉक खत्म के कारण बंदी का बोर्ड टंगने लगा है। ड्राइवरों की हड़ताल का तेल-गैस के उठाव पर भी गहरा असर पड़ा है। मथुरा रिफाइनरी टर्मिनल से पेट्रोल, डीजल और एलपीजी उठाव सामान्य दिनों की तुलना में लगभग आधा हो गया है। इंडियन ऑयल की मथुरा रिफाइनरी टर्मिनल से अन्य दिनों की अपेक्षा करीब 50 प्रतिशत गाड़ियां ही रवाना हो रही हैं।
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के पेट्रोलियम लदान पर भी असर पड़ा है। बीपीसीएल के डिपो पर भी प्रतिदिन डेढ़ सौ गाड़ियां भरी जाती हैं लेकिन आज करीब 55 गाड़ियां ही भरी गईं। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के डिपो में आम दिनों में प्रतिदिन सवा सौ से डेढ़ सौ गाड़ियां भरी जाती थीं, आज करीब 60-65 गाड़ियां ही भरी जा चुकी है। मथुरा से पेट्रोल-डीजल और गैस की आपूर्ति आगरा, अलीगढ़ मंडल के अलावा कानपुर मंडल के कुछ जिले (इटावा, औरैया आदि), बरेली मंडल के बदायूं व आसपास तक जाती है।
पेट्रोल-डीजल के टैंकर निकलने की संख्या में भारी कमी से यूपी के कई जिलों में पेट्रोल पंप सूखने लगे हैं। लखनऊ में किसी पंप पर डीजल खत्म हो चुका है तो किसी पर पेट्रोल और वहां सैकड़ों गाड़ियां लाइन में लगी हैं। कुछ पेट्रोल पंप पूरी तरह ड्राई हो चुके हैं और वहां बंदी का बोर्ड लटक गया है।