उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में शर्मशार कर देने वाली घटना के बाद पुलिस हरकत में आई। मामले में एक ऑटो चालक समेत 4 लोगों को हिरासत में किया गया है। उज्जैन में एक 12 वर्षीय नाबालिग के साथ बलात्कार हुआ और वह बहते हुए खून के साथ सड़क पर लोगों से मदद की गुहार लगाती रही। हैरानी की बात है कि किसी का दिल नहीं पसीजा। मामले में पुलिस ने कहा कि उन्होंने 8 किमी की दूरी का सीसीटीवी फुटेज निकाला है, जहां पीड़िता मदद की गुहार लगाते हुए पैदल चली थी।
ऑनलाइन वायरल हुए वीडियो में नाबालिग बलात्कार पीड़िता को उज्जैन के बड़नगर रोड इलाके में भटकते देखा गया। वह मदद के लिए दर-दर भटक रही थी। वीडियो में नाबालिग अर्धनग्न अवस्था में थी और रुक-रुक कर मदद मांग रही थी, लेकिन वहां के रहवासियों ने उसे भगा दिया।
जब लड़की सड़क पर मदद की गुहार लगा रही थी और लोगों के दिल नहीं पसीजे, उस समय दांडी गुरुकुल आश्रम के राहुल शर्मा की नजर उस बच्ची पर पड़ी। राहुल शर्मा की उम्र 21 वर्ष है और वह गुरुकुल में ही रहते हैं। घटना के वक्त वह आश्रम से कहीं जाने के लिए बाहर निकले ही थे। पीड़ित बच्ची पर उनकी नजर गई तो उनसे देखा नहीं गया। उन्होंने बताया कि ‘उसके पैर खून से लथपथ थे, मैं उसे देखकर बर्दाश्त नहीं कर सका।’
सोमवार, 25 सितंबर को सुबह करीब 9:30 बजे शर्मा एक बैठक के लिए जिले के मुरलीपुरा इलाके में स्थित आश्रम से बाहर जा रहे थे, तभी उन्होंने 12 वर्षीय बलात्कार पीड़िता को लड़खड़ाते हुए देखा। वह अपने शरीर को ढकने के लिए संघर्ष कर रही थी।
उन्होंने बताया कि ‘मैं सुबह करीब 9:30 बजे एक बैठक के लिए निकलते हुए अपने आश्रम के गेट पर था, तभी मैंने एक लड़की को दर्द से कराहते हुए देखा, जो लगभग फटे हुए कपड़े से अपने निजी अंगों को ढकने की कोशिश कर रही थी, जो आश्रम की ओर जा रही थी। एक सेकंड के लिए , मैं समझ नहीं सका, फिर मैं बाहर निकला और जल्दी से अंग वस्त्र (पुजारियों द्वारा पहनी जाने वाली दो-भाग वाली पोशाक का ऊपरी भाग) जिसे मैंने अपने ऊपरी शरीर पर पहना था, उतार कर उसे दे दिया।’
‘उसे भूख लगी थी, मैंने उससे खाने के लिए भी पूछा। तब उसने सिर हिलाकर जवाब दिया। मैंने आश्रम के अंदर से खाने के लिए जो भी उस समय था, उसको मंगाकर दिया।’
मामले पर पुलिस अधीक्षक (उज्जैन) सचिन शर्मा ने जनता से अपील करते हुए कहा है कि हम जनता से किसी भी जानकारी के साथ आगे आने का आग्रह करते हैं। उन्होंने कहा, ‘पॉस्को अधिनियम के तहत अज्ञात अपराधी के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई है। हमने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है और इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।’