नई दिल्ली। देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं. लोकसभा चुनाव को लेकर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने अभियान का आगाज कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश से बीजेपी के ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान की शुरुआत की थी. पार्टी ने अब 2024 की चुनावी जंग जीतने के लिए माइक्रो मैनेजमेंट की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है.
बीजेपी के इस मेगा प्लान का खाका गृह मत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन मंत्री बीएल संतोष की तीन दौर की बैठक में खींचा गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार की रात मैराथन बैठक भी की. करीब चार घंटे तक चली इस बैठक में भी पार्टी के ईस्ट, नॉर्थ और साउथ प्लान पर बात हुई. बीजेपी संगठन में बदलाव के साथ ही चुनाव को लेकर नई रणनीति की भी चर्चा तेज हो गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के मंत्रियों को साफ संदेश दिया है कि अगला चुनाव पिछड़ा, दलित, वंचित, शोषित वर्ग के मुद्दे पर लड़ा जाएगा. इसके लिए सभी अपने क्षेत्र में जाकर इन वर्गों के बीच पहुंचें और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दें. जो पात्र है और किसी योजना का लाभ उसे नहीं मिला है, उसे संबंधित योजना का लाभ दिलाएं.
6, 7 और 8 जुलाई को बैठक करेंगे नड्डा
जानकारी के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा 6 जुलाई को ईस्ट सेक्टर, 7 जुलाई को नॉर्थ सेक्टर और 8 जुलाई को साउथ सेक्टर के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. ईस्ट सेक्टर की बैठक गुवाहाटी, नॉर्थ की दिल्ली और साउथ की बैठक हैदराबाद में होगी. इस बैठक में बीजेपी अध्यक्ष के साथ ही संबंधित सेक्टर के तहत आने वाले राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, संगठन मंत्री, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, सांसद , विधायक और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद रहेंगे.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार की रात बड़ी बैठक बुलाई थी. पीएम की बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और संगठन मंत्री बीएल संतोष मौजूद थे. करीब चार घंटे तक चली इस मैराथन बैठक में भी देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तीन सेक्टर में बांटकर काम करने पर चर्चा हुई. बताया जाता है कि पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया कि सभी लोग अपने-अपने क्षेत्र में जाएं और सरकार की योजनाएं. योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाएं.
किस सेक्टर में कौन से राज्य
बीजेपी ने ईस्ट सेक्टर में पूर्वोत्तर के राज्यों असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा के साथ ही पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड और बिहार को रखा है. इसी तरह पार्टी ने नॉर्थ सेक्टर में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, दमन और दीव, दादरा नगर हवेली और दिल्ली को रखा है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान, गुजरात को भी नॉर्थ सेक्टर में ही रखा है.
साउथ सेक्टर में बीजेपी ने केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मुंबई, गोवा के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप को रखा है. बीजेपी की देश को तीन सेक्टर में बांटकर काम करने की रणनीति को लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. पार्टी की रणनीति माइक्रो लेवल पर जाकर पार्टी के संगठन को मजबूत करने की है.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पार्टी के सभी सांसदों के साथ भी बैठक कर सकते हैं. कहा जा रहा है कि सांसदों के साथ जेपी नड्डा की बैठक 4 जुलाई को हो सकती है. इस बैठक में मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर पार्टी की ओर से चलाए जा रहे महा जनसंपर्क अभियान में सांसदों की भागीदारी को लेकर समीक्षा हो सकती है.
बीजेपी ने सभी सांसदों से इस अभियान के दौरान किए गए काम की जानकारी नमो ऐप में अपलोड करने के लिए कहा है. कहा जा रहा है कि उसी जानकारी के आधार पर पार्टी सभी सांसदों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कराएगी. इसी रिपोर्ट कार्ड के आधार पर सांसदों के कामकाज की समीक्षा की जाएगी. सोशल मीडिया पर सांसदों की गतिविधियों को लेकर भी बीजेपी रिपोर्ट कार्ड तैयार करा रही है. कहा जा रहा है कि 2024 चुनाव के लिए टिकट बंटवारे में भी बीजेपी सांसदों की इस रिपोर्ट कार्ड को आधार बनाएगी.