कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका में हैं, जहां वह विभिन्न कार्यक्रमों में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं। हालांकि, एक मौका ऐसा भी आया जब उन्होंने केंद्र सरकार की नीति की सराहना की। राहुल गांधी ने रूस पर केंद्र सरकार के रुख का समर्थन किया। आपको बता दें कि रूस ने पिछले साल फरवरी में यूक्रेन पर आक्रमण किया। इसके बाद से पश्चिमी देश लगातार उसका विरोध कर रहे हैं। भारत ने हालाकि इस मुद्दे पर अलग स्टैंड लिया है।
आपको बता दें कि हाल के दिनों में भारत यूक्रेन में रूस की कार्रवाई की निंदा करने वाले संयुक्त राष्ट्र के निकायों में सभी प्रस्तावों से दूर रहा है। भारत का कहना है कि शांतिपूर्ण बातचीत ही संकट को हल करने का एकमात्र तरीका है। हालांकि, राहुल गांधी ने कहा कि भारत को अपने हित को देखना होगा।
उन्होंने कहा, “भारत काफी बड़ा देश है। उसके कई अन्य देशों के साथ संबंध हैं। यह इतना छोटा देश नहीं है कि इसके किसी एक देश से संबंध होंगे और किसी से नहीं।” राहुल गांधी ने आगे कहा, “हम हमेशा इस प्रकार के संबंध रखेंगे। हमारे कुछ लोगों के साथ बेहतर संबंध होंगे, दूसरों के साथ संबंध विकसित होंगे। ताकि संतुलन बना रहे।”
वहीं, राहुल ने भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों का समर्थन किया, साथ ही उत्पादन की जरूरत तथा डेटा और कृत्रिम मेधा (एआई) जैसे उभरते क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि इन द्विपक्षीय संबंधों में केवल सुरक्षा तथा रक्षा के पहलू पर ध्यान केन्द्रित करना पर्याप्त नहीं है।
भारत-चीन के बीच संबंध मुश्किल होते जा रहे हैं: राहुल गांधी
कैलिफोर्निया में स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय परिसर में बुधवार रात छात्रों ने राहुल से पूछा था, ”अगले पांच से दस वर्षों में भारत और चीन के बीच संबंध कैसे होंगे, आप इसे कैसे देखते हैं।” इसके उत्तर में कांग्रेस नेता ने कहा,”ये अभी मुश्किल हैं। मेरा मतलब है कि उन्होंने हमारे कुछ क्षेत्र पर कब्जा कर रखा है। ये मुश्किल हैं, ये इतने आसान नहीं हैं।” उन्होंने कहा,” भारत पर कुछ थोपा नहीं जा सकता। ऐसा कुछ नहीं होने वाला।”