लखनऊ। राजधानी लखनऊ (Lucknow) के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में शनिवार से मुफ्त इलाज की सुविधा बंद हो गई है. नए नियम आज से लागू हो गए है. इसके बाद ओपीडी में न तो दवाएं मुफ्त मिलेंगी, न ही मुफ्त जांचें हो सकेंगी. मरीजों को हॉस्पिटल ब्लॉक की ओपीडी में अब एक रुपये के पर्चे की जगह 100 रुपये देकर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, जो छह महीने चलेगा. इसी तरह जांचों के लिए भी शुल्क देना होगा और भर्ती होने पर 250 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से शुल्क जमा करना होगा.
लोहिया अस्पताल प्रशासन ने दावा किया है कि सुविधाएं पेश किए जाने के बाद अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था और ज्यादा बेहतर होगी. कहा कि ₹1 के पर्चे की मान्यता 15 दिन के लिए थी जबकि ₹100 के पर्चे की मान्यता अब 6 महीने रहेगी जबकि पहले मरीजों को मुफ्त में 5 दिन की दवाएं दी जाती थी और अब कोई भी व्यक्ति पैसा देकर जितने दिन चाहे उतने दिन तक के लिए दवाएं ले सकता है.वहीं अस्पताल में आने वाले मरीजों ने इस व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं क्योंकि बहुत सारे ऐसे गरीब मरीज थे जिनका अस्पताल से मुफ्त इलाज हो जाता था.
रअसल लोहिया संस्थान में लोहिया अस्पताल के विलय का आदेश साल 2019 में जारी किया गया था. इसके साथ यह फैसला किया गया था कि 2 साल तक अस्पताल के सभी विभागों में मुफ्त इलाज की व्यवस्था लागू रहेगी. दो साल बीतने के बाद इस साल अप्रैल में शासन ने नए नियमों का आदेश जारी किया था, जिसे आज से लागू किया जा रहा है. नए नियम लागू होने पर मरीजों को इलाज के लिए ज्यादा रकम खर्च करनी पड़ेगी.
जानिए नई रेट लिस्ट
सीटी स्कैन 600-3500 रुपये, घुटने का एक्सरे 225 रुपये, एचबीएवन सी 250 रुपये, यूरिन कल्चर 250 रुपये, सीबीसी 165 रुपये, चेस्ट एक्स-रे 150 रुपये, लिपिड प्रोफाइल 145 रुपये, एलएफटी 125 रुपये, केएफटी 55 रुपये, सोडियम 35 रुपये, पोटैशियम 35 रुपये, यूरिक एसिड 35 रुपये और यूरिन आरएम 35 रुपये देने होंगे.