देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना के मामलों में फिर बढ़ोतरी दिख रही है। पिछले सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह मरीजों की संख्या में 94 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सोशल डेवलपमेंट फार कम्युनिटी (एसडीसी) फाउंडेशन की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार कोरोनाकाल के 71वें सप्ताह में राज्य में कोरोना के कुल 240 नए मरीज मिले थे, लेकिन 72वें सप्ताह में यह संख्या 466 रही।
संस्था के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने बताया कि देश के 10 राज्यों में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे में मामूली बढ़त को भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। अभी से एक बार फिर टेस्टिंग, टीकाकरण और माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जाने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। नौटियाल ने बताया कि देश में केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, असोम, मिजोरम, मेघालय, आंध्र प्रदेश और मणिपुर में कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है। देश के 46 जिलों में इन दिनों संक्रमण दर 10 प्रतिशत से ज्यादा चल रही है, जबकि 53 जिलों में संक्रमण की दर पांच से 10 प्रतिशत के बीच है।
ऐसे में राज्य में शुरू हुई इस वृद्धि को बेहद गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। कोविड जांच पर फोकस करने की जरूरत है। कोरोना वाले इलाकों को जल्द से जल्द कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाना चाहिए। इसमें देरी करने पर सभी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
जांच लक्ष्य के मुताबिक नहीं
नौटियाल ने बताया कि राज्य में कोरोना जांच तय लक्ष्य से काफी कम हो रही है। सरकार ने हर दिन 40 हजार जांच का लक्ष्य तय किया था, लेकिन जांच तय लक्ष्य से 35 प्रतिशत तक कम हो रही है। कोरोना काल के 72वें सप्ताह का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्य के हिसाब से पूरे सप्ताह में राज्य में दो लाख 80 हजार जांच होनी चाहिए थी, लेकिन एक लाख 83 हजार 310 व्यक्तियों की जांच ही हो पाई।