कानपुर/लखनऊ। इजराइयल और फिलिस्तीन की लड़ाई से कानपुर का कोई लेना-देना भले न हो, लेकिन यहां के नेता अपने-अपने हिसाब से हर लड़ाई में अपना मौका निकालने में लग जाते हैं, यही मौका कभी-कभी उल्टा भी पड़ जाता है. ऐसा ही हुआ है कानपुर के सपा नेता मुनाफुद्दीन, आबिद और जफरखांन के साथ. मुनाउद्दीन सपा के विधानसभा छावनी अध्यक्ष हैं बाकी दोनों वार्ड अध्यक्ष और उपाध्यक्ष हैं. इन दोनों को ही इजरायल-फिलिस्तीन मामले के बीच में कूदना भारी पड़ गया है.
दरअसल इन तीनों नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए शुक्रवार के दिन सुबह-सुबह फिलिस्तीन के समर्थन में एक बड़ी सी होर्डिंग लगा दी. जिसमें इजरायल के सामानों के बहिष्कार की अपील की गई थी. लेकिन इस होर्डिंग के लगाए जाने के बाद खुद उनके ही समुदाय के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया. उनके समुदाय के लोगों ने मोहल्ले में राजनीति करने का आरोप लगाते हुए होर्डिंग का विरोध किया.
ये विरोध इतना अधिक हुआ कि तीन घंटे के बाद ही इन सपा नेताओं को मोहल्ले में से होर्डिंग उतारना पड़ा. जिसे बाद में लोगों ने जला दिया. अब होर्डिंग लगाने वाले तीनों नेता मोहल्ले वालों से माफी भी मांग रहे हैं. सबसे विचित्र बात तो ये रही कि इन लोगों ने अपने होर्डिंग में कानपुर के सपा अध्यक्ष डॉक्टर इमरान की तस्वीर उनसे बिना पूछे ही लगा दी थी.
इस मामले पर आजतक ने आबिद हसन और मुनाफुद्दीन से बात की तो उन्होंने बताया कि हमने इजरायल के विरोध में एक होर्डिंग लगाई थी जिसका हमारे मोहल्ले वालों ने विरोध किया कि यहां ये सब ठीक नहीं है, इसके बाद हमने होर्डिंग उतार दी. जिसको लोगों ने जला दिया. हमें इसका अफसोस है, अगर किसी को इससे तकलीफ हुई हो तो हम माफी चाहते हैं. आपको बता दें कि इजराइल और फिलिस्तीन के बीच में बीते कई दिनों से एक मस्जिद ‘अल-अक्सा’ को लेकर लगातार खूनी संघर्ष चल रहा है.