लखनऊ। समाजवादी पार्टी सरकार में कद्दावर मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुसीबते कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। खनन घोटाले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जल्द ही दोबारा पूछताछ करेगी। सूत्रों ने बताया कि गायत्री प्रजापति के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है।
इसके पहले पिछले महीने ही जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के अमेठी स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय के छापेमारी के दौरान करोडो की सम्पत्ति का मामला सामने आया था। इसके अलावा पूर्व मंत्री के पुत्र अनिल प्रजापति को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अनिल प्रजापति के खिलाफ खरगापुर गोमती नगर निवासी बृज भवन ने गोमती नगर विस्तार थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
गौरतलब है कि वर्ष 2012-17 के दौरान मंत्री रहते हुए गायत्री प्रजापति ने आय से छह गुना अधिक संपत्तियां बनाईं। वैध स्रोतों से उनकी आय 50 लाख रुपये के करीबी थी, जबकि उनके पास तीन करोड़ से अधिक की संपत्तियां मिलीं। विजिलेंस को 22 ऐसी बेनामी संपत्तियों की भी जानकारी मिली, जो इसी अवधि में प्रजापति के करीबियों के नाम पर खरीदी गईं। ये संपत्तियां करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायकों और ड्राइवरों के नाम पर हैं। गायत्री के खिलाफ विजिलेंस ने भी लगभग दो माह पहले आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था। इसकी जांच में गायत्री की आय से छह गुना अधिक संपत्ति सामने आई थी। जांच में गायत्री की लखनऊ, अमेठी, सुलतानपुर व प्रतापगढ़ में 21 संपत्तियां सामने आई थीं। इससे पहले पिछले साल चार सितंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को अंतरिम जमानत दी थी।
समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार में मंत्री रहे प्रजापति सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में लखनऊ जेल में बंद हैं। गायत्री प्रजापति के खिलाफ 2017 में सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज हुआ था। केस में तीन जून, 2017 को गायत्री के अलावा छह अन्य पर चार्जशीट दाखिल की गई थी, जिसके बाद 18 जुलाई, 2017 को लखनऊ की पॉक्सो स्पेशल कोर्ट ने सातों आरोपियों पर केस दर्ज करने का आदेश दिया था।