लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हार्ट सर्जरी करवा पाने में असमर्थ एक छात्रा के लिए सोशल मीडिया के जरिए आई मदद की एक अपील का संज्ञान लेते हुए कुछ ही घंटों में इलाज के लिए लाखों रुपए स्वीकृत कर दिए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर की एक बीएड छात्रा मधुलिका मिश्रा (Madhulika Mishra) के दोनों वॉल्व बदलने के लिए 9.90 लाख रुपए (नौ लाख, नब्बे हजार रुपए) मंजूर किए। उन्होंने विवेकाधीन कोष से पूरी धनराशि स्वीकृत कर दी। सीएम ने पत्र लिखकर बेहतर स्वास्थ्य की कामना भी की है।
सीएम आदित्यनाथ ने खुद लड़की के पिता को सूचित करते हुए एक पत्र लिखा। मुख्यमंत्री ने लिखा, “उम्मीद है कि यह पैसा उनकी सर्जरी को सफल बनाएगा। वह जल्द ही स्वस्थ हो जाएँगी और अपनी आगे की पढ़ाई पूरी कर पाएँगी।”
बीएड की छात्रा मधुलिका मिश्रा के पिता राकेश चंद्र मिश्रा को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि उन्हें खबर मिली थी कि उनकी बेटी का धन के अभाव के कारण ऑपरेशन नहीं हो रहा है। मेदांता अस्पताल के संस्थान के अनुसार, मुख्यमंत्री के विवेकाधीन कोष से कुल 9.90 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं।
मधुलिका ने बताया कि पिछले दिनों उन्हें साँस लेने में तकलीफ हुई तो भाई ने गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में दिखाया, जहाँ डॉक्टरों ने बताया कि उनके दिल के दोनों वॉल्व खराब हैं। इसके बाद मधुलिका का भाई उन्हें केजीएमयू और पीजीआई लेकर पहुँचा।
लेकिन, कोरोना वायरस महामारी की वजह से दोनों जगहों पर ही अस्पताल ने इलाज से मना कर दिया। उसके बाद मेदांता में भर्ती कराया गया। जहाँ डॉक्टरों ने कहा कि ऑपरेशन के माध्यम से दोनों वॉल्व बदले जा सकते हैं और इसमें 9 लाख 90 हजार रुपये का खर्च आएगा। अस्पताल प्रशासन ने 24 अगस्त को ऑपरेशन की तारीख भी दी। परिवार के लिए इतने पैसे का प्रबंधन करना मुश्किल था।
सोशल मीडिया पर सीएम योगी द्वारा मधुलिका के पिता को लिखा गया यह पत्र ट्विटर पर खूब वायरल हो रहा है। सलभ मणि त्रिपाठी ने एक ट्वीट में इस पत्र को पोस्ट करते हुए लिखा है – “गरीब किसान की बेटी मधुलिका मिश्रा की मदद में सीएम योगी ने पेश की मानवता की मिसाल। जानकारी मिलते ही दफ़्तर खुलवा कर कुछ ही घंटों में कराया इलाज के पूरे खर्चे का इंतज़ाम। पिता राकेश मिश्रा को व्यक्तिगत चिट्ठी लिख बढ़ाया परिवार का मनोबल भी, की बिटिया के बेहतर स्वास्थ्य की कामना।”