जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने और दो केंद्र शासित प्रदेशों- लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के निर्माण की पहली वर्षगाँठ पर इन इलाकों में विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। सभी की निगाह लद्दाख पर है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में लगातार पाकिस्तान की तरफ से आतंकवादियों के घुसपैठ की कोशिश जारी है।
खुफिया एजेंसियों द्वारा मिले इनपुट के अनुसार, न केवल लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद, बल्कि अल बद्र जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े दर्जनों आतंकियों का नियंत्रण रेखा पर मौजूद लॉन्च पैड और शिविरों में होने का पता चला है।
‘टाइम्स नाउ’ की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान में तालिबान से जुड़े आतंकवादियों को जम्मू और कश्मीर में तैनात करने की चर्चा की जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना की खुफिया एजेंसी ISI के साथ जिहाद से जुड़े संगठन UJC द्वारा इसे समन्वित किया जा रहा है।
इंटेलीजेंस सोर्स द्वारा मिली जानकारी के अनुसार:-
◆ 6 लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर सरदाली में देखा गया है। यह मैकैल सेक्टर (Macchal sector) के सामने है, जहाँ 56 राष्ट्रीय राइफल्स तैनात हैं। वहीं, फुलवाल में LET और हिज्बुल मुजाहिदीन के 7 सदस्यों का एक मिश्रित समूह मौजूद है, जो मैकैल सेक्टर के विपरीत है।
◆ सुरक्षा एजेंसियों ने 3 लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादियों को कृष्णाघाटी सेक्टर के सामने डिगवार क्षेत्र में देखा है। इसके अलावा, भीमम्बर गली के सामने, गिड्रान में 5 एलईटी के आतंकियों का पता चला है।
◆ कृष्णाघाटी में घुसपैठ की योजना के साथ 7 लश्कर के एक और समूह दारुचियान में देखा गया है। तंगधार के सामने जुरा में अल बद्र के 7 आतंकियों को देखा गया है। जो घुसपैठ की तैयारी में थे, लेकिन योजना सफल नहीं होने की वजह से उन्होंने इस प्लान को बदल दिया।
◆ कुपवाड़ा क्षेत्र में आत्मघाती हमले की योजना बना रहे दुधियाल में 4 जेईएम आतंकवादी का पता लगा है। बता दें कि जैश-ए-मुहम्मद संगठन, लश्कर-ए-तैयबा से छोटा संगठन है, लेकिन ये अपनी विचारधारा और संगठन के प्रति काफी प्रतिबद्ध है।
◆ जैश-ए-मुहम्मद का एक समूह केरन सेक्टर में एलओसी पर एक भारतीय पोस्ट पर लड़ाई एक्शन ग्रुप हमले की योजना बना रहा है। यह संगठन पाकिस्तान सेना के कमांडो द्वारा समर्थित स्पेशल सर्विसेज ग्रुप या एसएसजी की स्वजवात्र है। 4 जेईएम के आतंकी पल्लनवाला के पास चंब में मौजूद हैं।
◆ इनके अलावा, 5 जैश-ए-मुहम्मद आतंकी करीमाबाद/अरहाल क्षेत्र में हमले की योजना बना रहे हैं और 4-6 अज्ञात आतंकवादियों के दो समूह सांबा सेक्टर के सामने सुखमल और ‘मसरूर बड़ा भाई’ पर स्थित हैं।