मुंबई। शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले से राज्य के मंत्री व युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे से जोड़ने की साजिश रची जा रही है। वहीं, इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) को सौंप दी गई है, जिसे राज्य सरकार के लिए झटका माना जा रहा है। बिना किसी का नाम लिए राउत ने कहा कि विपक्ष अभी तक यह पचा नहीं सका है कि शिवसेना के नेतृत्व में कैसे राज्य में सरकार बन गई।
उन्होंने चेतावनी भी दी कि जो लोग भी इस मामले से आदित्य ठाकरे को जोड़ने की साजिश रच रहे हैं, उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। वहीं, इस मामले की जांच को सीबीआइ को सौंपने पर राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है। लेकिन गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि इस बदलाव पर लगातार नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख तमाम दबावों के बावजूद लगातार यह कहते रहे हैं कि इस मामले को सीबीआइ को सौंपने की जरूरत नहीं है। इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री व भाजपा नेता आशीष शेलर ने कहा था कि बेगुनाह लोगों से पूछताछ की जा रही है और संदिग्धों की अनदेखी की जा रही है। भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने भी मामले की सीबीआइ व ईडी से जांच कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी सीबीआइ जांच की मांग की थी।
सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल करेगी सरकार
सुशांत सिंह राजपूत की मित्र रही रिया चक्रवर्ती की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र व बिहार सरकार के साथ ही अभिनेता के पिता को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है। रिया ने मामले की जांच बिहार से मुंबई लाने की मांग की है। राज्य के संसदीय कार्यमंत्री अनिल परब ने कहा है कि राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दाखिल करेगी। शीर्ष अदालत ने मुंबई पुलिस से अब तक की जांच की रिपोर्ट भी मांगी है।