भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी (Subrahmanyam Swamy) ने शुक्रवार को एक ट्वीट कर स्पष्ट किया कि मुंबई पुलिस ने अभी तक बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत की जांच में एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्रोविजनल क्यों है.
स्वामी ने अपने वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, “मुंबई पुलिस ने सुशांत सिंह राजपूत मामले में एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की? पोस्टमार्टम रिपोर्ट को प्रोविजनल क्यों कहा गया? दोनों का एक ही कारण है : अस्पताल के डॉक्टरों को फोरेंसिक विभाग से सुशांत की विसरा रिपोर्ट का इंतजार है, ताकि पता चल सके कि उसे जहर दिया गया था या नहीं. उसके नाखून भी भेजे गए हैं.”
Why Mumbai Police not filed a FIR on Sushant Singh Rajput? Why post-mortem report been titled provisional? Both for one reason : The Hospital doctors are awaiting SSR’s viscera report from Forensic Department to know whether he had been poisoned. His nails have also been sent
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 31, 2020
इससे एक दिन पहले स्वामी ने ट्विटर पर लिखा था कि उन्हें पूरी तरह से लग रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की ‘हत्या’ की गई है. स्वामी ने गुरुवार को अपने दावे के समर्थन में डॉक्यूमेंट पोस्ट किए थे.
Judging by Sunanda Pushkar case, Delhi Police had bluffed by asking for a second and third opinion on whether there was poison in her body. Finally after BJP came to power the opinion of the AIIMS Forensic Dept Head Dr. Sudhir Gupta prevailed. Mumbai Police should ask him
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 31, 2020
स्वामी ने एक दस्तावेज की तस्वीर को ट्वीट किया था, जिसमें 26 पॉइंट्स थे. उन्होंने ट्वीट में कहा था “मुझे इसलिए लगता है कि सुशांत सिंह की हत्या की गई.”
डॉक्यूमेंट के अनुसार, “सुशांत की गर्दन पर निशान आत्महत्या का संकेत नहीं देते थे, बल्कि हत्या के संकेत देते थे. आगे दावा किया गया है कि फांसी लगाकर आत्महत्या करने के लिए अपने पैरों के नीचे की मेज को हटाकर खुद लटकना पड़ता है. डॉक्यूमेंट में आगे दावा किया गया है कि दिवंगत अभिनेता के शरीर पर निशान ‘मारपीट’ का संकेत देते हैं.”