नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बाद पिछले महीनेभर से लगातार खबरें आ रही हैं कि चीन के उद्योग खुल गए हैं. चीनी अर्थव्यवस्था (Chinese Economy) पटरी पर आ गई है. उत्पादन तेज हो गया है. चीनी मीडिया के हवाले से ये भी खबरें आई हैं कि देश की विकास दर (GDP) भी दोबारा दुरुस्त होने लगी है. लेकिन एक संस्था ने चीन (China) के इन सभी फर्जी दावों का पर्दाफाश कर दिया है. अपनी रिपोर्ट में इस अंतरराष्ट्रीय संस्था ने दावा किया है कि चीनी सरकार दुनिया से झूठ बोल रही है. साथ ही चीन में आर्थिक तेजी की सभी खबरें गलत हैं.
चीन में आर्थिक मंदी आ चुकी है
चीनी अर्थव्यवस्था पर पैनी नजर रखने वाली संस्था चाइना बीग बुक (China Beige Book) ने हाल ही में अपनी जांच और छानबीन के आधार पर दावा किया है कि चीन की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. चीन कोरोना वायरस और लॉकडाउन के नुकसान से अभी तक उभर नहीं पाया है. चीन में रिटेल सेक्टर (Retail Sector) बुरी तरह प्रभावित है. इस सेक्टर के बिक्री और कमाई दोनों की औंधे मुंह गिर चुके हैं. चीन के ज्यादातर फैक्टरी और कारखाने बुरी तरह प्रभावित हैं. खास तौर पर मैन्युफैक्चरिंग (Manufacuting) और सर्विस सेक्टर (Service Sector) में तो 2008 में आए आर्थिक मंदी से भी बुरी स्थिति पैदा हो गई है.चीन की जीडीपी (GDP) इस वित्तीय वर्ष के पहले तिमाही में 6.8 फीसदी गिर चुकी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन में 2008 में आए आर्थिक मंदी (Economic Slowdown) से भी ज्यादा बुरी हालत में है.
चाइना बीग बुक के सीईओ लीलैंड मिलर (Leland Miller) का कहना है कि हमने चीन के हजारों कंपनियों और उद्योगों से आंकड़े जुटाए हैं. इन आंकड़ों में साफ झलक रहा है कि यहां उत्पादन बुरी तरह प्रभावित है. चीनी सरकार दवारा उपलब्ध कराए जा रहे आंकड़े और इन कंपनियों के डेटा में बहुत ज्यादा अंतर है. मिलर ने आगे बताया कि चीनी सरकार द्वारा मीडिया में बताए जाने वाली बात और हकीकत के बीच में जमीन आसमान का फर्क है.
उल्लेखनीय है कि चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस की वजह से ज्यादातर देशों ने लॉकडाउन (Lockdown) घोषित कर दिया था. चीन लॉकडाउन करने और खोलने वाला दुनिया का पहला देश है. कुछ समय पहले चीनी सरकार ने घोषणा की थी कि देश में कोरोना वायरस खत्म हो चुका है. साथ ही चीनी सरकार पिछले महीनेभर से लगातार बता रही है कि उनके उद्योग दोबारा पटरी पर आ गए हैं और सभी क्षेत्रों ने पैसा कमाना शुरू कर दिया है.