चीन तनाव पर सर्वदलीय बैठक में बोले उद्धव- भारत मजबूर नहीं मजबूत, आंखें निकालकर हाथ में दे सकती है हमारी सरकार

नई दिल्ली। लद्दाख सीमा पर चीन से तनाव को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सब एक हैं और पीएम मोदी और सेना के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत मजबूर नहीं मजबूत है। हमारी सरकार आंखें निकालकर हाथ में दे सकती है। सभी पार्टियों ने एकसुर में कहा कि पूरा देश एकजुट है और सेना और सरकार के साथ खड़ा है।

उद्धव ठाकरे ने कहा, ”हम सब एक हैं। यही सबकी फीलिंग है। प्रधानमंत्री जी हम आपके साथ हैं। हम सेना और उनके परिवारों के साथ हैं।”उन्होंने आगे कहा, ”भारत शांति चाहता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। धोखा देना चीन का नेचर रहा है। भारत मजबूत है मजबूर नहीं। हमारी सरकार के पास आंखें निकालकर हाथ में देने की ताकत है।”

अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘मुद्दे को किस तरह हैंडल किया जा रहा है, यह इस पर सवाल उठाने का समय नहीं है। देश पीएम के साथ है। हमें चीन को संदेश देना चाहिए कि हम पीएम के साथ हैं।’ उधर, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि देश एक है। पाकिस्तान और चीन की नीयत ठीक नहीं है। भारत चीन का डंपिंग ग्राउंड नहीं रहेगा। चीनी सामानों पर 300 फीसदी ड्यूटी लगा दी जाए।

वाईएसआरसीपी के जगन मोहन रेड्डी ने कहा, ”पीएम मोदी का शुक्रिया, भारत की इज्जत दुनिया में बढ़ी है। उन्होंने पूरी दुनिया में अहम रणनीतिक संबंध बनाए हैं। प्रधानमंत्री जी आप हमारी ताकत हैं। भारत ने कई दुश्मन भी बनाए हैं। वह (चीन) भारत को अस्थिर करना चाहता है।”

भारत-चीन सीमा पर स्थिति के संबंध में विचार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुक्रवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस संवेदनशील मुद्दे पर अपने विचार सामने रखे। इस डिजिटल बैठक की शुरुआत में उन 20 भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई जो पिछले दिनों पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद हो गए थे।

प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शहीद जवानों के सम्मान में खड़े होकर कुछ देर मौन रखा। शुरुआत में सिंह और जयशंकर ने टकराव के बारे में बात की। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, टीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव, जद (यू) नेता नीतीश कुमार, द्रमुक के एम के स्टालिन, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के वाईएस जगन मोहन रेड्डी और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे भी शामिल हुए।