महाराष्ट्र के पालघर जिले में भीड़ द्वारा दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार 11 आरोपित कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। पुलिस ने मंगलवार (जून 16, 2020) को यह जानकारी दी।
बता दें कि पालघर जिले के गढ़चिंचले गाँव में भीड़ ने कार से मुंबई से सूरत जा रहे दो साधुओं और उनके चालक की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। इस मामले में कुल 156 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
पालघर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में ले लिया गया है, लेकिन उन्हें विभिन्न पुलिस हवालातों में रखा गया है, क्योंकि पालघर जेल में काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि वाड़ा में पुलिस हवालात में रखे गए 17 आरोपियों की हाल में जाँच की गई, जिनमें से 11 लोग संक्रमित पाए गए और छ: अन्य की जाँच के परिणाम का इंतजार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि संक्रमित पाए गए लोगों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है। इससे पहले, गिरफ्तार किए गए कम से कम दो आरोपित कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
गौरतलब है कि 16 अप्रैल 2020 को जूना अखाड़े से जुड़े दो साधु 70 वर्षीय कल्पवृक्ष गिरि महाराज और 35 वर्षीय सुशील गिरि महाराज अपने ड्राइवर 30 वर्षीय नीलेश तेलगेडे के साथ एक अन्य साधु के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मुंबई से गुजरात जा रहे थे। इसी बीच पालघर जिले के गढ़चिंचले गाँव के 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने इकठ्ठा होकर साधुओं पर हमला किर दिया था। इस दौरान भीड़ ने दोनों साधुओं के साथ उनके एक ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।
बता दें कि साधु समेत तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या करने की पूरी घटना वहाँ मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों के सामने हुई। मामले में अब तक 35 पुलिसकर्मियों का तबादला हो चुका है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, “2 साधुओं की हत्या। क्या यह होना चहिए? क्या कानून-व्यवस्था किसी को हाथ में लेना चाहिए था? ऐसे में पुलिस की भूमिका क्या होनी चाहिए थी? ये सभी चीजें ऐसी हैं जिन पर सोचा जाना चाहिए।”
वहीं अखिल भारतीय संत समिति केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस मामले की सीबीआई जाँच की माँग कर चुकी है। पत्र में उन्होंने हत्या के पीछे बड़ी साजिश की आशंका जताते हुए कहा कि उन्हें महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर भरोसा नहीं है।