नई दिल्ली। लद्दाख घटना पर बातचीत के लिए गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से उनके आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर मुलाकात की. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में चीन पर आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गई.
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बैठक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर पीएम से मिले. रक्षा राजनाथ सिंह ने विदेश मंत्री एस जयशंकर, आर्मी चीफ एम एम नरवणे और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ आज बैठक की. रक्षा मंत्री की सीडीएस और आर्मी चीफ के साथ आज दिनभर में ये दूसरी बैठक थी. करीब एक घंटे तक चली बैठक में रक्षा मंत्री ने झड़प के बाद सीमा पर स्थिति के बारे में जानकारी ली और इस पर चर्चा की.
भारत-चीन के बीच झड़प की खबरें सामने आने के बाद आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने पहुंचे. ये मुलाकात राजनाथ सिंह के घर पर हुई. आर्मी चीफ ने अपना पठानकोट का दौरा भी रद्द कर दिया. यहां चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी पहुंचे.
आपको बता दें कि भारत-चीन के बीच जारी तनाव के बीच लद्दाख में गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच सोमवार रात हिंसक झड़प हो गई. सुबह जो खबरें आई थीं उनके मुताबिक इस झड़प में भारतीय सेना के एक अफसर समेत दो जवान शहीद हो गए. लेकिन अब सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि इस हिंसक झड़प में भारत के करीब 20 सैनिक शहीद हो गए हैं और चीन को भी करीब-करीब इतना ही नुकसान हुआ है. चीन के एक कमांडिंग ऑफिसर के मारे जाने की भी खबरें हैं. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक चीन की तरफ से 43 जवान हताहत हुए हैं. सूत्रों का ये भी कहना है कि ये संख्या बढ़ भी सकती है.
इस घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक उच्च स्तरीय बैठक की. जानकारी के अनुसार यह बैठक सुबह 7:30 बजे से हो रही थी. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ तीनों सेना प्रमुख मौजूद रहे. इनके अलावा CDS जनरल बिपिन रावत और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी बैठक में मौजूद थे. राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लद्दाख की घटना के बारे में पूरी जानकारी दे दी है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के दौरान चीन के 4 सैनिक भी मारे गए हैं.
45 वर्ष में पहली बार हुई ऐसी झड़प
इससे पहले वर्ष 1975 में चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश के तुलुंग ला में भारतीय सीमा में घुस आए थे. तब चीन के सैनिकों ने भारतीय सेना के पेट्रोलिंग दस्ते पर हमला किया था. चीन के सैनिकों के हमले में 4 जवान शहीद हुए थे. 1975 के बाद से चीन से लगने वाली सीमा LAC पर कोई शहादत नहीं हुई थी, जबकि कई बार चीन के सैनिकों के साथ झड़प हुई. अब 45 वर्ष में पहली बार कल रात चीन से झड़प में सैन्य अफसर समेत 3 जवान शहीद हो गए.