मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता नारायण राणे ने सोमवार (मई 25, 2020) को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की माँग की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण राज्य की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।
बता दें कि कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। राज्य में कोरोना से संक्रमित मामलों की संख्या 50,000 के पार पहुँच गई है। महाराष्ट्र सरकार कोरोना वायरस को रोकने में लगातार नाकाम साबित हो रही है।
ऐसे में नारायण राणे राज्यपाल से माँग की है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा है की राज्य सरकार के पास अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने का कोई उपाय नहीं है।
राणे ने कहा ठाकरे सरकार कोरोना संकट को संभाल नहीं सकती है। इस सरकार के पास क्षमता नहीं है। यह सरकार कोरोना से निपटने में विफल रही है। इसलिए, यहाँ राष्ट्रपति शासन लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों के जीवन को बचाने में सक्षम नहीं है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री सरकार चलाने में सक्षम नहीं हैं। नारायण राणे ने कहा कि कोरोना राज्य में गहरा संकट पैदा कर रहा है।
नारायण राणे ने कहा, “वर्तमान में महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति गंभीर हो रही है। मरीज और मौतें बढ़ रही हैं। राज्यपाल को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और महाराष्ट्र-मुंबई में मौतों को रोकना चाहिए। इस संबंध में प्रयास किए जाने चाहिए।”
नगर निगम और राज्य के सरकारी अस्पतालों की हालत खराब है। अस्पताल में प्रवेश न मिलने से कई मरीजों की मौत हो चुकी है। ऐसी स्थिति में यह नहीं कहा जा सकता है कि सरकार ध्यान नहीं दे रही है। यह सरकार इस स्थिति को संभाल नहीं सकती है।
कोरोना का आँकड़ा हर दिन तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में राज्य में प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी अब सीएम उद्धव ठाकरे की महाविकास अघाड़ी पर आक्रामक हो गई है।