सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में कोरोना के लगातार मरीज बढ़ते जा रहे हैं. सहारनपुर के देवबंद क्षेत्र में ही पिछले 24 घंटे में 35 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
पूरे सहारनपुर जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 86 हो चुकी है. सबसे पहले देवबंद के हॉस्टल में रहने वाले जौनपुर के जिस छात्र में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी उसका एक साथी दारुल उलूम देवबंद के हॉस्टल में उसका रूम पार्टनर था. जांच में वह भी पॉजिटिव पाया गया.
करीब 5 हजार छात्र देवबंद में रह रहे
जिला प्रशासन के लिए यह बेहद मुश्किल समय है क्योंकि देवबंद में अभी भी दो से ढाई हजार तक छात्र रह रहे हैं. इसके साथ दारुल उलूम वक्फ में भी दो हजार के आसपास छात्र हॉस्टल में रुके हुए हैं.
देवबंद के भीतर छात्र के पॉजिटिव पाए जाने के बाद सबसे बड़ा खतरा इस बात का है कि वहां खाना खाते और एक साथ मिलते-जुलते वक्त बहुत से लोग संक्रमित हो सकते हैं.
इस लिहाज से दारुल उलूम देवबंद सहारनपुर का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन चुका है. ताजा अपडेट के मुताबिक सहारनपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 86 है और जिसने पिछले 24 घंटे में जितने भी मरीज मिले हैं उनमें दो को छोड़कर सभी मरीज देवबंद से हैं.
जानकारी के मुताबिक संक्रमण के फैलने के इस मामले के पीछे भी तबलीगी जमात के लोग हैं. जानकारी के मुताबिक तबलीगी जमात के डेढ़ सौ से दो सौ लोग अलग-अलग ग्रुप में शामिल होकर दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से देवबंद में जमात के लिए आए थे.
इनमें से इंडोनेशिया के अलावा मुंबई, दिल्ली और गुजरात से ग्रुप आए थे, और देवबंद की अलग-अलग मस्जिदों में आकर यहां रुके थे. जिनमें से 47 मरीज पॉजिटिव पाए जा चुके हैं. 12 विदेशी हैं शेष लोग अलग-अलग प्रदेशों से हैं.
प्रशासन का कहना यह भी है कि देवबंद इलाके में रह रहे आम लोग भी कानूनों का ठीक से पालन नहीं कर रहे हैं, लिहाजा उन पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है और समय-समय पर चेतावनी भी दी जा रही है. हालात ज्यादा बिगड़ने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.