लखनऊ। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लागू लॉकडाउन में आम जन को भारी दिक्कतों का सामना करने पड़ रहा है. रोज कमाकर खाने वालों के लिए रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. ऐसे में सरकार जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हर संभव मदद कर रही है. उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि अब तक सूबे की आधी से ज्यादा आबादी तक राशन पहुंचाया जा चुका है. जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस के कर्मठ कर्मियों की अहम भूमिका रही है. लेकिन कई बार देखा गया है कि मुश्किल की घड़ी में लोग मदद करते समय फोटो सेशन करने लगते हैं. जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो जाती हैं. ऐसे में ADG (डायल 112) असीम अरुण ने अपने कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं राहत सामग्री मुहैया करवाते वक्त फोटो न खींचे.
ADG (डायल 112) असीम अरुण की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि संज्ञान में आया है कि राहत सामग्री पहुंचाते समय संबंधित का फोटो खींचा जाता है और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया जाता है, जिससे अपना चेहरा सार्वजनिक होने के डर से जरूरतमंद लोग राहत साम्रगी लेने से कतरा रहे हैं. निजी मर्यादा के चलते ऐसा स्वभाविक भी है. ऐसे में राहत साम्रगी देते वक्त फोटो न खींचे.