मैड्रिड। विश्वभर में तबाही मचा रहे घातक कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण को फैलने से रोकने के प्रयासों के तहत कई देशों में सख्ती से लॉकडाउन लागू किया गया है जिसके कारण दुनिया की करीब आधी आबादी को घरों में ही रहने की हिदायत दी गई है.
इस वायरस के संक्रमण को काबू करने के लिए दुनियाभर में तमाम प्रयासों के बावजूद लोगों के संक्रमित होने और मारे जाने का सिलसिला थम नहीं रहा. स्पेन में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के संक्रमण से रिकार्ड 849 लोगों की मौत हो गई जिससे इस देश में इस महामारी से मृतकों की संख्या बढ़कर 8,189 हो गई है. पिछले 24 घंटे में 9,222 लोग इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं जिससे पुष्ट मामलों की कुल संख्या बढ़कर 94,417 हो गई है.
आधिकारिक सूत्रों से एकत्र जानकारी के अनुसार विश्वभर में इस वायरस के कारण मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 38,466 हो गई. चीन में दिसंबर में सामने आए कोरोना वायरस के पहले मामले के बाद से दुनिया के 185 देशों और क्षेत्रों में 7,91,000 से अधिक लोगों के इस विषाणु से संक्रमित होने के मामले दर्ज किए गए हैं. इटली में इस बीमारी से 11,591 लोगों की मौत हो चुकी है, इस देश में कुल 1,01,739 लोग संक्रमित हैं और 14,620 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं.
हांगकांग एवं मकाऊ को छोड़कर चीन में 3,305 लेागों की मौत इस वायरस से हो चुकी है, कुल 81,518 मामले सामने आए हैं और संक्रमित हुए 76,052 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. चीन में सोमवार से संक्रमण के 48 नए मामले सामने आए हैं और एक व्यक्ति की मौत हुई है.
फ्रांस में इस वायरस के कारण 3,024 लोगों की मौत हो चुकी है और देश में संक्रमण के कुल 44,550 मामले सामने आए हैं. अमेरिका में संक्रमितों की संख्या सर्वाधिक है. देश में कुल 1,64,610 लोग संक्रमित मिले हैं, 3,170 लोगों की मौत हुई है और 5,764 लोग बीमारी से उबर चुके हैं.
ईरान ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस से 141 और लोगों की मौत हो गई जिससे देश में इस महामारी से मृतकों की संख्या बढ़कर 2,898 हो गई है. बेल्जियम में कोरोना वायरस से संक्रमित 12 वर्षीय एक लड़की की मौत हो गई. एक सरकारी प्रवक्ता डा. इमैनुएल आंद्रे ने बताया, ‘‘कम उम्र में मौत होना एक असामान्य घटना है.’’ उन्होंने कहा कि लड़की की मौत ने ‘‘हमें चकित कर दिया है.’’
इस बीमारी से जूझ रहे बेल्जियम में कोरोना वायरस से एक बच्चे की मौत होने का यह पहला मामला है. ताजा आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस से 705 लोगों की मौत हो चुकी है. तंजानिया और आइवरी कोस्ट में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पहली मौत का मामला सामने आया जबकि दक्षिण सूडान में संक्रमण का पहला मामला दर्ज किया गया.
यूरोप में 4,29,362 मामले (27,740 मौत), एशिया में (1,08,143 मामले, 3,878 मौत), अमेरिका और कनाडा में 1,71,896 मामले और 3,878 मौत, पश्चिम एशिया में 54,642 मामले, और 2,999 मौत, लातिन अमेरिका और कैरेबिया में 16,399 मामले और 417 मौत, अफ्रीका में 5,343 मामले और 170 मौत तथा ओशिनिया में 5,224 मामले और 22 मौत दर्ज की गई.
इटली में कोरोना वायरस के कारण मारे गए लोगों के सम्मान में एक मिनट के मौन के दौरान राष्ट्रध्वज को आधा झुकाया गया. इटली ने कोरोना वायरस संक्रमण को जड़ से खत्म करने की खातिर लॉकडाउन की अवधि अप्रैल माह के मध्य तक बढ़ा दी है. इटली के स्वास्थ्य मंत्री रोबर्टो स्पेरांजा ने बाद में घोषणा की, “बंद संबंधी सभी कदम कम से कम 12 अप्रैल तक, यानि ईस्टर तक जारी रहने वाले हैं.’’
पहले बंद की अवधि शुक्रवार को खत्म होने वाली थी. इस वैश्विक महामारी को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन करने की पहल करने वाला इटली पहला पश्चिमी देश था. रूस में एक ही दिन में कोरोना वायरस के सवार्धिक 500 मामले सामने आने के बाद इस महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए मंगलवार को लॉकडाउन का दायरा बढ़ा दिया गया और साथ ही तीन महत्वपूर्ण कानूनों को मंजूरी दे दी गई. क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया के सबसे बड़े देश रूस के कुल 85 में से अब 40 से अधिक क्षेत्रों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. इनमें पूर्व में चीन की सीमा से लगा प्रिमोर्स्की क्राई और पश्चिम में कालिनिनग्राद क्षेत्र भी शामिल हैं.
इंडोनेशिया में आपातकाल की घोषणा
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो ने कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत के मामलों में लगातार इजाफा के मद्देनजर मंगलवार को देश में आपातकाल की घोषणा की, लेकिन उन्होंने किसी राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन से इनकार कर दिया. राजधानी जकार्ता और अन्य प्रमुख शहरों में लॉकडाउन लागू नहीं करने पर विदोदो प्रशासन की कड़ी आलोचना हो रही है. इन शहरों में देश की करीब तीन करोड़ आबादी रहती है और इन्हीं से कोरोना वायरस से मौत के अधिकतर मामले सामने आए हैं.
इस बीच कोरोना वायरस संक्रमण के उपचार के लिए विश्वभर में प्रयास तेज हो गए हैं. जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा है कि उसने कोरोना वायरस के इलाज के लिए संभावित टीके की पहचान की है जिसका सितंबर माह में मनुष्यों पर परीक्षण किया जाएगा और यह अगले साल के शुरुआती महीनों में आपात इस्तेमाल के लिए उपलब्ध भी हो सकता है.
चीन में विकसित किया जा रहा टीका
चीन में जानलेवा कोरोना वायरस का टीका विकसित किया जा रहा है. अगर वुहान में चल रहे परीक्षण से साबित होता कि यह टीका सुरक्षित और प्रभावी है तो चीन की योजना इस बीमारी से गंभीर रूप से प्रभावित अन्य देशों में भी इसका परीक्षण करने की है.
चाइनीज अकादमी ऑफ इंजीनियरिंग की सदस्य चेन वेई ने बताया कि अधिकारियों की मंजूरी के बाद, 16 मार्च को वुहान में टीके के क्लीनिकल परीक्षण का पहला चरण शुरू किया गया था. यह सुचारू रूप से चल रहा है और इसके नतीजे अप्रैल में प्रकाशित किए जाएंगे. इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 को लेकर पूरा ध्यान जहां पश्चिमी यूरोप और उत्तर अमेरिका के सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों की ओर चला गया है वहीं एशिया और प्रशांत क्षेत्र में यह महामारी अभी समाप्त होने से बहुत दूर है.
वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था चरमराई
कोरोना वायरस के कारण वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. विश्व बैंक ने अनुमान जाहिर किया है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण इस साल चीन तथा अन्य पूर्वी एशिया प्रशांत देशों में अर्थव्यवस्था की रफ्तार बहुत धीमी रहने वाली है जिससे लाखों लोग गरीबी की ओर चले जाएंगे. रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्र में इस वर्ष विकास की रफ्तार 2.1% रह सकती है जो 2019 में 5.8% थी. बैंक का अनुमान है कि 1.1 करोड़ से अधिक संख्या में लोग गरीबी के दायरे में आ जाएंगे.
संयुक्त राष्ट्र की ताजा व्यापार रिपोर्ट के मुताबिक भी कोरोना वायरस महामारी के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था इस साल मंदी में चली जाएगी, जबकि भारत और चीन इसके अपवाद हो सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान खरबों डॉलर का नुकसान होगा और विकासशील देशों के लिए एक बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा. रिपोर्ट में हालांकि इस बात की विस्तार से व्याख्या नहीं की गई है कि भारत और चीन अपवाद क्यों और कैसे होंगे.