नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, अब केजरीवाल के एक मंत्री को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है, दरअसल टीवी 9 का दावा है कि पीएफआई के दिल्ली जोन के सेक्रेटरी अनीस अंसारी ने कबूल किया है कि वो डॉक्यूमेंट्स लेकर आप सरकार के मंत्री इमरान हुसैन से मिला था, टीवी चैनल से बात करते हुए उसने कहा कि हम पब्लिक रिलेशन के लिये मंत्री इमरान हुसैन से मिले थे, उन्हें बुकलेट दी थी, उसके कंटेंट के बारे में बात नहीं करुंगा।
संयोग नहीं साजिश थी
दिल्ली चुनाव में पीएफआई की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है, निजी न्यूज चैनल का दावा है कि नागरिकता कानून के विरोध में सड़क पर हजारों की भीड़ जो खून-खराबा और हिंसा फैला रही थी, वो संयोग नहीं बल्कि एक साजिश थी, इस मुस्लिम डॉक्यूमेंट्स में जो लिखा है, वो हैरान करने वाले हैं, रिपोर्ट के मुताबिक 250 पेज के इस मुस्लिम डॉक्युमेंट्स में दावा किया गया है कि हिंदुस्तान में मुसलामनों का भीषण शोषण हो रहा है। दबकर रहने को मजबूर मुसममान
इसमें लिखा है कि नस्लीय भेदभाव का सामना कर रहे हैं देश के मुसलमान, दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में हर तबके का मुसलमान उन बस्तियों में रहने को मजबूर है, जिनमें बुनियादी सुविधाएं तक नहीं है, मुसलमानों के आने से पहले भारत छोटे-छोटे राज्यों में बंटा था, जो आपस में ही लड़ रहे थे, मुसलमानों के आने से पहले एक भारत की कोई अवधारणा ही नहीं थी, मुस्लिम शासकों खासकर मुगलों ने ही देश को एक किया।मंत्री का क्या लेना देना
अब सवाल ये उठ रहा है कि इस भड़काऊ बुकलेट का आप मंत्री से क्या लेना -देना, आखिर क्यों वो शख्स बल्लीमारन सीट से मौजूदा विधायक इमरान हुसैन के साथ खड़ा था, ये बुकलेट उनके हाथ में क्या कर रही थी, जब चैनल ने केजरीवाल के मंत्री से बात करने की कोशिश की, तो उन्होने कहा कि मैं किसी ऐसे बुकलेट के बारे में नहीं जानता हूं, मेरा पीएफआई से कोई नाता नहीं है।
दिल्ली के मंत्री के हाथ में 'ज़हरीली किताब' क्यों ?@sumairakh के साथ सिर्फ @TV9Bharatvarsh पर @upadhyayabhii #भूचाल_लाने_वाला_खुलासा' #PFI pic.twitter.com/KHMpDvWeOO
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) February 4, 2020