लखनऊ। 21 अक्टूबर को देशभर के अनेक राज्यों की 64 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस (Congress) ने लगभग सभी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. इस उपचुनाव में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की 11 विधानसभा सीटें अहम हैं. इन सभी सीटों पर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश की प्रभारी होने के बावजूद प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) कांग्रेसी उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं करेंगी. देश के 17 राज्यों की 64 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया गया है. इनमें से 63 विधानसभा सीटें और एक लोकसभा सीट शामिल है.
माना गया कि यूपी में पार्टी को दोबारा जिंदा करेंगी प्रियंका गांधी
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी को महासचिव बनाकर पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी और प्रियंका ने भी इस जिम्मेदारी को निभाते हुए यूपी में जमकर प्रचार किया था. ये भी माना गया कि आने वाले समय में प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में पार्टी को दोबारा जिंदा करने की कोशिश करेंगी. लोकसभा चुनाव के बाद अब विधानसभा उपचुनाव का मौका आया है. उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को चुनाव होना है, लेकिन अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, प्रियंका गांधी किसी भी प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगी.
कांग्रेस की स्थिति अच्छी नहीं होने के कयास
प्रमोद तिवारी ने दिया यह तर्क
यही वजह है कि कांग्रेस के रणनीतिकार प्रियंका गांधी को प्रचार से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं. वहीं यूपी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी का कहना है कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व कभी भी उपचुनाव के प्रचार के लिए नहीं जाता है. यह उपचुनाव स्थानीय मुद्दों पर हो रहा है इसलिए प्रदेश के नेता ही उपचुनाव में प्रचार करेंगे.