बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली अब हमारे बीच नहीं रहे. उनका शनिवार (24 अगस्त) को दोपहर 12:07 बजे निधन हो गया है. बता दें, वह 9 अगस्त से एम्स में भर्ती थे. अरुण जेटली 67 वर्ष के थे. देश में जीएसटी के रूप में ‘एक देश, एक कर’ देने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण थी. अरुण जेटली अटल बिहारी वाजेपयी की सरकार में भी मंत्री रहे. पेशे से सफल वकील अरुण जेटली ने राजनीतिक जीवन में भी खूब नाम कमाया. उनके निधन से पूरा देश शोक में डूब चुका है. आम लोगों के साथ-साथ बॉलीवुड भी काफी सदमे में है. इसी बीच बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और बीजेपी सांसद सनी देओल से लेकर रितेश देशमुख ने अरुण जेटली के निधन पर संवेदना प्रकट करते हुए ट्वीट किए.
सनी देओल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि राष्ट्र ने एक और महान नेता को खो दिया है.
Nation loses another great leader.Our thoughts and prayers are with his family.#ArunJaitley
रितेश देशमुख ने ट्वीट करते हुए अरुण जेटली के निधन पर दुख जताया और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की.
Deeply saddened by the passing away of Shri #ArunJaitley ji… deepest condolences to the family & loved ones.
वहीं, दिग्गज सिंगर आशा भोसले ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘श्री अरुण जेटली के बारे में सुनकर बहुत अफसोस हुआ. उनके परिवार के प्रति संवेदना.’
Very sorry to hear about Mr. Arun Jaitley. Condolences to his family.
सनी देओल, रितेश देशमुख और आशा भोसले के अलावा फिल्म निर्माता करण जौहर, फिल्म समीक्षक तरण आदर्श और मॉडल पार्वती का ट्वीट सामने आया है.
#RIPArunJaitley … the nation mourns a strong and assured leader today….thoughts and prayers with his family and loved ones….
The nation loses a great leader… You will be missed, #ArunJaitley ji… Thoughts and prayers with the family… ॐ शांति
Rest in peace former Finance Minister #ArunJaitley ji. Very cool and composed person. Great parliamentarian. You will be missed.
बता दें, अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर, 1952 को दिल्ली में हुआ था. उनके पिता पेशे से वकील थे. अरुण जेटली ने नई दिल्ली के सेंट जेवियर्स स्कूल से 1957-69 तक पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बीकॉम किया. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से 1977 में लॉ की पढ़ाई पूरी की. अरुण जेटली लॉ की पढ़ाई के दौर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्र नेता भी थे. डीयू में पढ़ाई के दौरान ही वह 1974 में डीयू स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष बने.