लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कैबिनेट विस्तार से पहले कैबिनेट मंत्री राजेश अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य कारणों से योगी आदित्यनाथ सरकार में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने अपना इस्तीफा सौंपा है. इसके अलावा बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल भी अपने पद से इस्तीफा सौंप चुकी हैं. वहीं ऐसी अटकलें हैं कि अभी कुछ और मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं. दरअसल, मंत्रिमंडल विस्तार से पहले कुछ मंत्रियों की छुट्टी तय थी. उनकी जगह नए चेहरों का मौका मिलेगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रिमंडल में करीब 15 नए चेहरे शामिल हो सकते हैं. मुजफ्फरनगर से विधायक कपिल देव अग्रवाल, बुलंदशहर की शिकारपुर सीट से विधायक अनिल शर्मा, फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट से उदय भान सिंह, पूर्वांचल के सतीश द्विवेदी के नाम पर अटकलें तेज हैं. दल बहादुर कोरी को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. एमएलसी अशोक कटारिया का भी मंत्री बनना तय माना जा रहा है. नीलिमा कटियार, राम चौहान, महेंद्र सिंह, अनिल राजभर, नीलकंठ तिवारी, मोहसिन रज़ा सहित आधे दर्जन मंत्रियों का प्रमोशन भी हो सकता है.
सीटों के अनुपात के अनुसार योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 60 तक हो सकती है. योगी मंत्रिमंडल में 47 मंत्री थे, जिनमें से तीन, रीता बहुगुणा जोशी, डॉक्टर एस पी सिंह बघेल और सत्यदेव पचौरी सांसद निर्वाचित होने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं.
विस्तार से पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. रविवार देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके इस्तीफे को मंजूर कर लिया. बीजेपी में ‘एक व्यक्ति-एक पद’ के सिद्धांत को देखते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने इस्तीफा दिया है.
लोकसभा चुनाव 2019 में योगी कैबिनेट में मंत्री रहीं रीता बहुगुणा जोशी ने इलाहाबाद संसदीय सीट पर चुनाव जीता था. कानपुर से सत्यदेव पचौरी और आगरा से एसपी सिंह बघेल जीतकर संसद पहुंचे हैं. इन तीनों मंत्रियों ने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी योगी मंत्रिमंडल से बाहर हो चुके हैं.