नई दिल्ली। Earth in Danger: आज यानी 18 अगस्त का दिन धरती के लिए काफी भारी दिन था. आज एक बड़ा खतरा पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा था. NASA के मुताबिक, एस्टेरॉयड 2019 पीके (Asteroid 2019 PK) क्षुद्रग्रह 2019 पीके रविवार सुबह 18 अगस्त को पृथ्वी के सामने से गुजर गया. नासा की ओर से दी गई जानकारी की मानें तो यह एस्टेरॉयड Earth Close Object या पृथ्वी के सबसे करीबी ऑब्जेक्ट की कैटेगरी में रखा गया था.
इस स्पेस रॉक या एस्टेरॉयड (क्षुद्रग्रह) को पहली बार 5 अगस्त को अंतरिक्ष में देखा गया था और इसका नाम Asteroid 2019 PK रखा गया था. तब से, अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (American Space Agency, NASA) ने अपने आकार, गति और प्रक्षेपवक्र को निर्धारित करने के लिए क्षुद्रग्रह को 39 बार ट्रैक किया है.
क्षुद्रग्रह 2019 पीके एक अपोलो-प्रकार का नीयर अर्थ ऑब्जेक्ट (NEO) है. ये उपग्रह 5,100 मील प्रति घंटे की रफ्तार से हमारी ओर बढ़ रहा था.
अभी इनसे है पृथ्वी को खतरा.
नासा वर्तमान में दो Asteroids की निगरानी कर रहा है जो इस सप्ताह के अंत तक पृथ्वी के करीब पहुंचेंगे. इसके पहले पृथ्वी के पास से गुजरने वाले एस्टेरॉयड को Asteroid 2018 PN22 नाम दिया गया था. यह क्षुद्रग्रह 5,100 मील प्रति घंटे की गति से यात्रा कर रहा था और इसका अनुमानित व्यास सिर्फ 62 फीट था. अगर ये एस्टेरॉयड पृथ्वी पर गिर जाता तो पृथ्वी का विनाश होना निश्चित था.
अब खतरा क्या है? हमारे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण (Gravity) के कारण पास से गुजर रहा कोई भी एस्टेरॉयड या स्पेस रॉक पृथ्वी पर (Asteroid may collide with earth) गिर सकते हैं. अगर इस तरह के एस्टेरॉयड हमारी पृथ्वी पर गिरे तो पृथ्वी पर भयंकर तबाही की तस्वीर देखी जा सकती है.
क्या होता है एस्टेरॉयड (What is an asteroid)
दरअसल एस्टेरॉयड एक तरीके से स्पेस रॉक (Space Rocks or Asteroid) ही होते हैं जो हमारे अंतरिक्ष में असंख्य मात्रा में मौजूद है जिनकी उत्पत्ति किसी टकराव के कारण हुई होगी या धूल के कण इकट्ठा होने से आज एक ठोस चट्टान के रूप में बदल चुके हैं.
NASA के नीयर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडी सेंटर (CNEOS) के मुताबिक, Asteroid 2019 PK 17 अगस्त को 3.18 बजे दोपहर में पृथ्वी के पास (करीब 0.04386 astronomical units या करीब 4 million मील की दूरा से) निकल गया . लेकिन अभी हमें राहत की सांस नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इस Asteroid 2019 PK के पीछे और भी कई एस्टेरॉएड हैं जो पृथ्वी की तरफ बढ़ रहे हैं और इसी हफ्ते के अंत तक हमारी पृथ्वी तक आ सकते हैं.