लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को उत्तर प्रदेश प्रोन्नत पीसीएस अधिकारी संघ के अधिवेशन का शुभारम्भ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘कुछ अधिकारियों की ड्यूटी सुबह 9:30 से रहती है, लेकिन वह 11 बजे पहुंचते हैं. दवाब न हो तो 12 बजे. वहीं कुछ लोग कैम्पस के बाहर गप्पे मारते रहते हैं. मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि मैं हमेशा मुख्यमंत्री के पद पर नहीं रहने वाला, लेकिन अगर मैं अच्छा काम करूंगा तो दुनिया मुझे हमेशा याद रखेगी. ठीक ऐसा ही अधिकारियों के साथ भी है. आपका आम आदमी के साथ सीधा संपर्क है. इसे परोपकार मानकर अच्छा काम करेंगे तो, आपको भी खुशी होगी.’
उन्होंने आगे कहा कि ‘मुझे बहुत अफसोस होता है कई बार की कई बार बाबू लोग नगर निकाय के पैसों को अपने घर ले जाते हैं, क्योंकि कई बार इससे काफी समस्या आती है. प्रदेश के जनपद स्तर पर अपनी महत्वपूर्ण सेवा प्रदान करने वाले अधिकारियों को आज के अधिवेशन के लिए बधाई. प्रदेश के राजस्व विभाग की सबसे महत्वपूर्ण कडी आपका संगठन है. इस संवर्ग की बड़ी भूमिका है. शासन और प्रशासन के कार्यों की समीक्षा भी संवर्ग वर्ग से होती है. अगर कार्य नहीं होता है तो नकारात्मक भाव भी उस संवर्ग के प्रति आता है.’
सीएम योगी ने कहा कि ‘मैंने निर्देश दिए हैं कि किसी भी स्तर पर कर्मचारी और अधिकारी को प्रताड़ित न किया जाए. प्रमोशन में तेजी आई है. प्रमोशन की व्यवस्था के लिए 299 अधिकारियों के लिए सरकार ने काम किया. जहां नियम में बदलाव करने थे हमने किए. सरकार इन अधिकारियों से रिजल्ट भी चाहती है. जब सरकार आपकी बात को बिना किसी शर्त के आगे बढ़ा रही है, तो आपका भी फर्ज बनता है कि कार्य को अच्छे से आगे बढ़ाएं. प्रदेश सरकार ने जनता की समस्या को सुनने और निस्तारण को लेकर सीएम हेल्पलाइन और आईजी आरएस बनाया है, लेकिन अक्सर उसे बिना निस्तारण के कह दिया जाता था कि निस्तारण हो गया. हमने इसमें सुधार करवाया.’