नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत गंभीर है. गृहमंत्री अमित शाह ने एम्स जाकर उनका हाल जाना. सूत्रों के मुताबिक जेटली की तबीयत शुक्रवार देर शाम फिर बिगड़ी. उनके दिल और फेफड़े ठीक तरह से काम नहीं कर रहे हैं, इसीलिए उन्हें एकमो मशीन पर रखा गया है. एक्सट्रॉकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन, जिसे एक्स्ट्राकोर्पोरियल लाइफ सपोर्ट के रूप में भी जाना जाता है, यह उन व्यक्तियों को लंबे समय तक हृदय और श्वसन सहायता प्रदान करने की एक एक्सट्रॉस्पोरल तकनीक है, जिनके हृदय और फेफड़े ठीक ढंग से काम नही कर रहे हों.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता जेटली को पिछले हफ्ते घबराहट और कमजोरी की शिकायत के बाद बीते 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और भाजपा के अन्य शीर्ष नेताओं ने अस्पताल जाकर जेटली का हाल-चाल लिया था.
बता दें कि मई 2018 में उनका एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. उससे पहले साल 2016 में उनकी बेरिएट्रिक सर्जरी (वजन घटाने के लिए पेट की चर्बी का आपरेशन) हुई थी. जेटली को डायबिटीज़ भी है. राष्ट्रपति के अलावा उन्हें देखने के लिए केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, अश्विनी चौबे भी अस्पताल पहुंचे.