भारत के पूर्व क्रिकेटर वीबी चंद्रशेखर (VB Chandrasekhar) का दिल का दौरा पड़ने के कारण गुरुवार को निधन हो गया. चंद्रशेखर अपने जमाने के ओपनिंग बल्लेबाज थे. छह दिन बाद ही उनका 58वां जन्मदिन था. वीबी चंद्रशेखर ने भारत के लिए 1988 से 1990 के बीच सात वनडे मैच खेले. वे 2004 से 2006 के बीच बीसीसीआई (BCCI) की राष्ट्रीय चयनसमिति के सदस्य भी रहे. वीबी चंद्रशेखर को ईरानी ट्रॉफी में 56 गेंदों पर शतक लगाने का श्रेय हासिल है.
तमिलनाडु के चंद्रशेखर अपने करियर में भारत के लिए ज्यादा मैच नहीं खेल पाए. उन्हें जिन सात वनडे मैचों में मौका मिला, उनमें वह बुरी तरह नाकाम रहे और सिर्फ 88 रन बना पाए. वनडे में उनके नाम एक अर्धशतक दर्ज है, जोकि उन्होंने इंदौर में न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाए थे. बीसीसीआई ने चंद्रशेखर के निधन पर शोक व्यक्त किया.
चंद्रशेखर उस वक्त राष्ट्रीय चयनसमिति के सदस्य थे, जिस समय जॉन राइट और ग्रेग चैपल टीम इंडिया के कोच थे. यह वक्त भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बेहद अहम और विवादित रहे. यही वो वक्त था, जब कोच ग्रेग चैपल और सौरव गांगुली के मतभेद सार्वजनिक हो गए थे. चंद्रशेखर आईपीएल की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के क्रिकेट मैनेजर भी रहे. टीम के सदस्य सुरेश रैना, अभिनव मुकुंद समेत कई क्रिकेटरों ने चंद्रशेखर के निधन पर शोक जताया.
Extremely sad & shocked to hear about the passing away of VB Chandrasekhar sir. His consistent efforts made it possible to set the right foundation of the CSK team. He always encouraged & believed in us since very beginning. My deepest condolences to the family.
चंद्रशेखर 1987-88 में दूसरी बार रणजी ट्रॉफी जीतने वाली तमिलनाडु क्रिकेट टीम के सदस्य थे. उन्होंने उस समय उत्तर प्रदेश के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 160 रन और रेलवे के खिलाफ फाइनल में 89 रन की पारी खेली थी. उन्होंने इसके कुछ दिन बाद ही ईरानी ट्रॉफी में रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ 56 गेंदों पर शतक जमाया था. वीबी चंद्रशेखर ने 81 प्रथमश्रेणी मैच खेले. उन्होंने इनमें 43.09 की औसत से 4999 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 237 रन रहा.