नई दिल्ली। आतंकी खतरे के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा को समय से पहले खत्म करने की बात कही है. साथ ही एडवायजरी जारी की है कि जो यात्री घाटी में हैं. वह वापस लौटें. खुफिया एजेंसियों के हवाले से कहा गया है कि घाटी में जैश के 5 आतंकी घुसे हैं. ये अमरनाथ यात्रियों को निशाना बना सकते हैं.
अमरनाथ यात्रा वाले रूट में सुरक्षाबलों को एक स्नाइपर गन और क्लेमोर माइन मिली है. इसके बाद ये एडवाइजरी जारी की गई है. इसके विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, डर को फैलाना बहुत ही आसान है. लेकिन घाटी में ये बताने वाला कोई नहीं है कि हुआ क्या है. मेरे मन में कई सवाल हैं, लेकिन उनमें से किसी का जवाब नहीं है.
Where is the Governor? Why is he not addressing people? Why is he allowing panic to spread unchecked? His government has issued an order that has caused chaos on the streets. When he has to make unfounded allegations he has a camera at his disposal, yet now he’s strangely silent.
उमर ने कहा, मैं घाटी में कई अहम लोगों से मिला, लेकिन उन्हें भी कुछ पता नहीं है. ऐसे हालात में गवर्नर कहां हैं. वह लोगों से क्यों बात नहीं करते. वह क्यों डर को फैलने दे रहे हैं. उनके एक आदेश से सड़क पर घबराहट का माहौल है. लेकिन वह शांत हैं.
वहीं कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, सरकार के ये कदम घाटी में डर के माहौल का बढ़ा रहा है.