नई दिल्ली। 2014 लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी की जीत में मुख्य भूमिका निभाकर सुर्खियों में आए प्रशांत किशोर ने टीएमसी को मजबूत करने के लिए जोर शोर से काम में जुट गए हैं. प्रशांत ने आज कोलकाता में अपने पहले अभियान की शुरुआत की. आयोजित कार्यक्रम में पूरे बंगाल से टीएमसी के 1200 से अधिक पदाधिकारी और निर्वाचित प्रतिनिधि उपस्थित रहें. बताया जा रहा है कि प्रशांत के पहले अभियान के तहत अगले 100 दिनों तक वह 1000 से अधिक स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिसमें पार्टी नेताओं के साथ हर स्तर के नेता भी शामिल होंगे.
युवाओं को अपने साथ जोड़ने का फैसला
प्रशांत किशोर ने 5 लाख युवाओं को अपने साथ जोड़ने का फैसला किया है. पीके की टीम ‘यूथ इन पॉलिटिक्स’ अभियान को सामने रखकर काम कर रही है. इसी अभियान के तहत हर दिन चार हजार लोगों का रजिस्ट्रेशन हो रहा है जिसे बढ़ाकर अब टारगेट दस हजार कर दिया गया है. प्रशांत किशोर की टीम पांच लाख युवाओं को ट्रेनिंग देना चाहती है. खास बात यह है कि इस ट्रेनिंग को कोई भी ले सकता है और किसी भी दल से जुड़ सकता है.
सितंबर तक पांच लाख डाटा बेस तैयार हो जाएगा. प्रशांत किशोर पांच लोगों को तृणमूल कांग्रेस से जोड़ेंगे और 15 महीने तक ट्रेनिंग देंगे. बहरहाल, प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को मजबूत करने की कवायद शुरू कर चुके हैं. लेकिन इस पर बीजेपी की क्या प्रतिक्रिया होगी ये भी देखने वाली बात होगी.
आंध्र प्रदेश में जगन की जीत में निभाई भूमिका
प्रशांत किशाेर अभी हाल में आंध्र प्रदेश में जगन रेड्डी के सलाहकार बने थे. लोकसभा और विधानसभा चुनावों में जगन की पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चंद्रबाबू नायडू को चारों खाने चित्त कर दिया. विधानसभा में उन्होंने राज्य की सत्ता तो हथियाई ही, लोकसभा में भी जगन की पार्टी वाइएसआरसीपी ने टीडीपी का सफाया कर दिया.
बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई
2015 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए थे, तब प्रशांत किशोर बीजेपी छोड़कर जेडीयू के सलाकार बने. बिहार विधानसभा चुनावों में जेडीयू और आरजेडी ने बीजेपी को मात दी. इसके बाद नीतीश ने प्रशांत किशोर का दर्जा बढ़ाते हुए उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया था.