लखनऊ। रविवार को उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे में जहां एक ओर राजनीति शुरु हो गई है वहीं पुलिस व्यवस्था भी हलचल में है. इस मामले में एडीजी लखनऊ राजीव कृष्णा ने एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि ट्रक मालिक और ट्रक ड्राईवर की कॉल डिटेल निकाली जा रही है.
जिससे यह पताया लगाया जाएगा कि क्या कोई साजिश रची गई थी. रेप पीड़िता को 10 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा मिली हुई है. रविवार को रेप पीड़िता की कार में चार लोग थे, एक व्यक्ति को उन्हें रायबरेली से कार में बिठाना था. कार में जगह न होने से पीड़िता ने कार में गनर को नहीं बैठाया था.
उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ Z और Z+ कैटेगरी की सुरक्षा में वाहन मिलता है. इस वजह से गनर पीड़िता के साथ नहीं जा सका. उन्होंने यह भी बताया कि पीड़िता के इलाज का खर्चा प्रशासन उठा रहा है. पीड़िता के चाचा जो रायबरेली जेल में बंद हैं उनकी तहरीर पर रायबरेली में मुकदमा दर्ज किया गया है.
एक्सीडेंट साइट का रिक्रिएशन करवाया जा रहा है. ट्रक के मालिक ने नंबक छिपाया था. उसने ऐसा क्यों किया इसकी जांच हो रही है. फिलहाल ट्रक मालिक के मुताबिक उसने फाइनेंस पर ट्रक ले रखा है. फाइनेंसर उसे परेशान न करें इसके लिए उसने ट्रक का नंबर छिपाया था.
आपको बता दें कि रविवार को उन्नाव रेप पीड़िता जेल में बंद अपने चाचा से मिलने के लिए जा रही थी. तभी उसकी गाड़ी को सामने से आ रहे एक ट्रक ने टक्कर मार दी. जिससे कार में सवार 2 लोगों की मौत हो गई वहीं पीड़िता समेत 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पीड़िता का ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है और वह जिंदगी और मौत से जूझ रही है.
इस मामले में पीड़िता की मां ने रेप के आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गंभीर आरोप लगाया है. पीड़िता की मां ने आरोप लगाया है कि कुलदीप सेंगर ने ही गाड़ी का एक्सीडेंट करवाया है. पीड़िता से कांग्रेस और सपा का प्रतिनिधि मंडल मुलाकात कर चुका है. वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल भी पीड़िता से मिलेंगे.