लखनऊ। उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता की गाड़ी को एक ट्रक ने रविवार को जोरदार टक्कर मार दी. हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई. जबकि पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर है. उन्नाव बलात्कार मामले का आरोपी भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर हैं. इसके बावजूद सेंगर बीजेपी में अब भी बने हुए हैं और पार्टी ने उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की है. हालांकि योगी सरकार ने भी पिछले साल बहुत दबाव के बाद सेंगर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
बता दें कि उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता के चाचा रायबरेली के जेल में बंद हैं. पीड़िता अपने चाची, मौसी और वकील के साथ अपने चाचा से मिलने जा रही थी. इसी दौरान एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी. हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई. जबकि पीड़िता और उसके वकील की हालत काफी गंभीर बनी हुई है. इस हादसे के पीछे एक साजिश मानी जा रही है. पीड़िता की मां ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर हत्या और एक्सीडेंट कराने का आरोप लगाया है.
समाजवादी पार्टी के नेता और एमएलसी सुनील कुमार साजन ने Aajtak.in से बातचीत करते हुए कहा कि बीजेपी का हमेशा से दोहरा चरित्र रहा है. वह विपक्ष के नेताओं से तो महिला सम्मान की बात करती है लेकिन अपने नेताओं और विधायक-सांसदों को महिला उत्पीड़न के लिए खुली छूट दे रखी है. एक तरफ ‘बीजेपी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देती है तो दूसरी तरफ बीजेपी के नेता और विधायक महिलाओं की इज्जत का तमाशा बना रहे हैं.
साजन कहते हैं कि इतने बड़े मामले का आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर अभी भी बीजेपी के सदस्य और विधायक हैं. बीजेपी ने उसके खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की है. जबकि उनके ऊपर एक लड़की के साथ बलात्कार करने से लेकर पीड़िता के पिता की हत्या तक का आरोप है. यही नहीं उन्नाव के सांसद चुनाव जीतने के बाद जेल में बंद बलात्कार के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर को धन्यवाद देने जाते हैं. इस बात से बीजेपी के दोहरे चरित्र को समझा जा सकता है.
सपा नेता ने कहा कि बीजेपी नेता महिला सम्मान की बात कहते हैं लेकिन उन्हीं का एक विधायक पर बलात्कार का आरोप है. इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं. इतना ही नहीं बीजेपी के नेता सदन में महिला को जर्सी गाय बोलते हैं और सब मौन रहते हैं. बीजेपी महिला नारी सम्मान की उम्मीद रखती है लेकिन अपनी पार्टी के नेताओं से नहीं बल्कि दूसरे दलों के नेताओं से. यही वजह है कि आज तक बीजेपी कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की.
बता दें कि उन्नाव बलात्कार मामले का आरोप बीजेपी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर लगाया गया था. जब यह मामला सामने आया था तो बीजेपी ने उन्नाव मामले को लेकर मौन धारण कर लिया था. बीजेपी नेताओं ने इस मामले पर अपनी जुबान तक नहीं खोला था. बीजेपी के कई विधायक तो खुलेआम आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर के पक्ष में खड़े नजर आ रहे थे. वो पीड़िता के खिलाफ ही बयान दे रहे थे. इसी में एक विधायक सुरेंद्र सिंह हैं जिन्होंने कहा था कि तीन बच्चों की मां के साथ कहीं कोई बलात्कार करता है.
गौरतलब है कि 4 अप्रैल 2017 को उन्नाव से 15 किमी दूर माखी गांव में एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़की का अपहरण होता है. लड़की गैंगरेप का आरोप माखी गांव के ही रहने वाले बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर पर लगाती है. सत्ताधारी पार्टी से विधायक होने के चलते इस मामले में पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई के बजाय पीड़िता के पिता को ही जेल में डाल देती है. पीड़िता सीएम योगी के आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश करती है. इसके बाद पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में ही मौत हो जाती है.
अब उन्नाव बलात्कार पीड़िता के वकील, मौसी और चाची हादसे की शिकार हो जाती हैं. इस हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई. जबकि पीड़िता और उसके वकील की हालत गंभीर बनी हुई है. जिस ट्रक से हादसा हुआ है, उस ट्रक के नंबर फ्लेट पर कालिख पुती हुई है.