नई दिल्ली। सपा सांसद आजम खान ने अपनी विवादित टिप्पणी के लिए लोकसभा में माफी मांग ली है. स्पीकर ओम बिड़ला ने सदन में उनसे दो बार माफी मांगने को कहा. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही आजम खान बोलने के लिए खड़े हुए. उन्होंने कहा, “मैं चार बार मंत्री रहा हूं, नौ बार विधायक रहा हूं, राज्यसभा सदस्य रहा हूं, मेरे भाषण, मेरे आचरण को पूरा सदन जानता है…इसके बावजूद भी अगर चेयर को मेरे प्रति ऐसा लगता है कि मेरी भावना में कोई गलती हुई है तो मैं क्षमा चाहता हूं.” इतना बोलकर आजम खान बैठ गए. लेकिन तबतक सदन में हंगामा शुरू हो गया.
इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि आजम खान के बयान से महिला समाज का अपमान हुआ है, उन्हें ठीक शब्दों में क्षमा मांगनी चाहिए. इस बीच अखिलेश यादव सदन में बोलने लगे. संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव आजम खान को बचा रहे हैं. अखिलेश यादव ने उन्नाव की घटना का जिक्र किया और कहा कि एक बेटी के साथ क्या हुआ इस पर भी चर्चा होनी चाहिए.
सदन में हंगामे के बीच स्पीकर ने कहा कि आजम खान एक बार फिर से अपनी बात कहें. इसके बाद आजम खान फिर बोलने को खड़े हुए. उन्होंने कहा, “मान्यवर मैंने पहले भी कहा था वे हमारी बहन समान हैं, एक बार कहें या हजार बार कहें, बात वही रहेगी, चेयर के प्रति मेरे मन में कोई गलत भावना नहीं थी…अगर फिर भी उन्हें कोई ऐसा एहसास है तो मैं क्षमा चाहता हूं.”
इसके बाद रमा देवी बोलने के लिए खड़ी हुईं. रमा देवी इस दौरान अखिलेश से खफा नजर आईं और उन्हें खबरदार तक कह दिया. रमा देवी ने कहा कि आजम खान के बयान से पूरे देश को तकलीफ हुई और वे इसे नहीं समझ पाएंगे. रमा देवी ने कहा कि आजम खान बाहर भी ऐसा बोलते हैं और उनकी आदत जरूरत से ज्यादा बिगड़ी हुई है.
BJP MP Rama Devi in Lok Sabha: Azam Khan ji’s remark has hurt both women and men in India. He will not understand this. Inki aadat bigadi hui hai, zaroorat se zada bigadi hui hai. I have not come here to hear such comments.
रमा देवी बोल ही रही थीं, तभी अखिलेश यादव भी कुछ बोलने लगे. इस पर रमा देवी भड़क गईं. उन्होंने कहा, “अखिलेश जी उनके मुंह में जुबान हैं…आप क्यों बोल रहे हैं…आप उसका सपोर्ट क्यों कर रहे हैं खबरदार…मैं बोल रही हूं.”
रमा देवी ने कहा कि आजम खान की आदत सुधरनी चाहिए, ऐसा नहीं है कि उनकी जो मर्जी हो वो बोल दें, वे इस तरह के बयान सुनने के लिए यहां नहीं आईं हैं.