लखनऊ। उन्नाव रेप केस की पीड़िता के साथ हुए एक्सीडेंट की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार तैयार है. सरकार का कहना है कि अगर परिजन चाहते हैं तो हादसे की सीबीआई जांच कराई जा सकती है.
इस बीच आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के परिवारवाले उन्नाव के माखी गांव से फरार हो गए हैं. माखी गांव में कुलदीप सिंह सेंगर के घर में उनकी बहन पप्पी सिंह और नौकर रहते थे. एक्सीडेंट के बाद पुलिस के डर से सारे लोग घर छोड़कर फरार हो गए हैं.
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि पहली नजर में यह एक्सीडेंट का मामला लग रहा है. उन्होंने कहा, ‘पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है. एक टीम गठित की गई है जो पूरे मामले की जांच कर रही है. पीड़िता की सुरक्षा को लेकर 10 पुलिसकर्मियों को लगाया गया था. 7 पुलिसकर्मी हाउस गार्ड के रूप में लगे थे. 3 रेप पीड़िता के साथ रहते हैं.’
डीजीपी ने कहा कि पीड़िता ने पुलिसकर्मियों से कहा था कि जब जरूरत होगी तो आपको बुला लेंगे. यही वजह थी कि हादसे के समय सुरक्षाकर्मी उनके पास नहीं थे क्योंकि उन्होंने मना किया था. सुरक्षा गार्ड बलात्कार की पीड़िता आउट ऑफ डेंजर है. राज्य सरकार ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है. अगर पीड़िता का परिवार सीबीआई जांच की मांग करता है तो हम तैयार हैं. सरकार पूरे मामले में निष्पक्ष जांच करा रही है.
गौरतलब है कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता की गाड़ी में रविवार को ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी चाची और मां की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए. टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां पुष्पा सिंह पत्नी महेश सिंह निवासी माखी को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.