न्यू यॉर्क। न्यूयॉर्क का रहने वाला एक शख्स आतंकी संगठन तालिबान में शामिल होने की फिराक में था. उसने इसके लिए पाकिस्तान जाने और फिर वहां से सीमा पार अफगानिस्तान में दाखिल होने की साजिश रची. लेकिन वो अपने मंसूबों में कामयाब हो पाता, उससे पहले उसे विदेश में अमेरिकी नागरिकों और सैनिकों को मारने की साजिश में गिरफ्तार कर लिया गया.
राष्ट्रीय सुरक्षा के सहायक एटॉर्नी जनरल जॉन डिमर्स ने कहा, ‘जैसा कि आरोप लगाया गया है, हुसैन ने अमेरिकी सैनिकों को मारने के लिए विदेशों में यात्रा करने और तालिबान में शामिल होने की योजना बनाई.’
आरोपी हुसैन के खिलाफ मैनहट्टन की फेडरल कोर्ट में दायर आपराधिक शिकायत में कहा गया कि इसकी शुरुआत साल 2018 के अंत में हुई थी जब हुसैन ने तालिबान में शामिल होने और अमेरिकी सैनिकों के खिलाफ लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी.
एफबीआई के एक गोपनीय स्रोत से पता चला कि मोहम्मद हुसैन ने कई बार पाकिस्तान की यात्रा करने और फिर तालिबान में शामिल होने के लिए अफगानिस्तान में दाखिल होने का प्रयास किया.
बताया गया है कि वह वहां से (अफगानिस्तान) उसका उद्देश्य अमेरिकी सरकार से लड़ना… तालिबान में शामिल होना और मरने से पहले कुछ अमेरिकियों को मारना चाहता है. यह भी बताया कि वह अपने मकसद को पूरा करने के लिए पहले थाईलैंड और फिर वहां से पाकिस्तान पहुंचने की योजना बनाई क्योंकि उसका मानना था कि वह वहां से तालिबान में शामिल होने के अपने अंतिम लक्ष्य पा सकेगा.
इसके साथ ही, मोहम्मद हुसैन ने अफगानिस्तान में लड़ने की तैयारी की. इसके लिए उसने वॉकी टॉकी और ट्रेकिंग गियर जैसे उपकरण खरीदना शामिल है. हुसैन ने शुक्रवार को जेएफके एयरपोर्ट से थाईलैंड के लिए रवाना होने वाले विमान के लिए एक एयरलाइन टिकट खरीदा था.
न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के अमरीकी अटॉर्नी जेफ्री बर्मन ने कहा कि मोहम्मद हुसैन अमेरिकियों को मारना चाहता था और विशेष रूप से विदेशों में सेवा कर रहे अमरीकी सशस्त्र बलों के सदस्यों को निशाना बनाना चाहता था.
एफबीआई के न्यूयॉर्क फील्ड ऑफिस के सहायक निदेशक-इन-चार्ज विलियम स्वीनी जूनियर ने कहा, ‘कट्टरपंथी विचारधाराएं कई स्रोतों से आती हैं.
न्यूयॉर्क के पुलिस कमिश्नर जेम्स ओनील ने आरोपी मोहम्मद हुसैन की गिरफ्तारी पर कहा कि जो भी आतंकी हमलों का समर्थन करने की कोशिश करेगा उसकी गिरफ्तारी होगी, जैसा कि बार-बार देखा गया है.