वेस्टइंडीज के महान ऑलराउंडर सर गैरी सोबर्स ( Sir Garry Sobers) रविवार को 83 साल के हो गए हैं. वेस्टइंडीज के इस महान क्रिकेटर को वैसे तो दो ही रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है, लेकिन अपने टेलैंट से सोबर्स सबके प्रिय खिलाड़ी बन गए थे. उन्होंने वेस्टइंडीज क्रिकेट को नई ऊंचाइयां दी थी. वे अपने समय के बेहतरीन ऑलराउंडर रहे. वे एक बेहतरीन फील्डर थे और उन्होंने अपनी इस छवि को हर फील्डिंग पोजिशन पर सही साबित भी किया.
एक टेलैंटड प्लेयर
सोबर्स का जन्म 28 जुलाई 1936 को बाराबडोस में हुआ था. वे शुरू से खिलाड़ी प्रवृत्ति के रहे थे. केवल 16 साल की उम्र में उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला और उसके एक साल बाद टेस्ट टीम में भी जगह हासिल कर ली. उन्होंने उस टीम में अपनी खास पहचान बना ली जिसके सभी 11 खिलाड़ी स्टार प्लेयर हुआ करते थे. सोबर्स क्रिकेट के हर क्षेत्र में एक्सपर्ट थे. वे पहले एक गेंदबाज के रूप में वेस्टइंडीज टीम में शामिल हुए. उसके बाद उन्होंने बल्लेबाजी में धूम मचाई, वे अपनी लेग स्पिन और मध्यम गति की तेज गेंदबाज तो थे ही, कई बार उन्होंने अपनी चाइनामैन से भी सभी को चौंकाया था.
क्या हैं वे दो खास रिकॉर्ड
सोबर्स ने 21 साल की उम्र में ही अपने करियर का पहला टेस्ट लगाया और उसे उन्होंने तिहरे शतक में बदल डाला. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ उस मैच में 365 रन बना डाले. उनका यह रिकॉर्ड 36 साल तक कायम रहा. बाद में ब्रायन लारा ने यह रिकॉर्ड तोड़ा. इसके अलावा उन्होंने फर्स्ट क्लास टेस्ट क्रिकेट में एक ही ओवर में छह छक्के लगाने का कारनामा किया और लंबे समय बाद भारत के रवि शास्त्री ने यह रिकॉर्ड तोड़ा. इसके बाद युवराज सिंह ने टी-20 विश्व कप में एक ओवर में छह छक्के लगाने का रिकॉर्ड बनाया था. वनडे में एक ओवर में छह छक्के लगाने का रिकॉर्ड अभी तक नहीं बना है.
टेस्ट में उनका 57.78 का औसत था जो कि आज भी एक बेहतरीन औसत माना जाता है. रिटायर होने से पहले सोबर्स ने सिर्फ एक वनडे मैच खेला था जिसमें उन्होंने एक विकेट भी लिया था.
खुद डॉन ब्रैडमैन ने उनकी तारीफ में कहा था कि वे दुनिया के बेस्ट क्रिकेटर हैं. सोबर्स ने अपने करियर में 93 टेस्ट में 57.78 की औसत से 8032 रन बनाए हैं, टेस्ट में उनके नाम 26 शतक और 30 हाफ सेंचुरी हैं. उन्होंने टेस्ट में कुल 235 विकेट भी लिए हैं.