बेंगलुरू। कर्नाटक में लगभग 14 माह पुरानी कुमारस्वामी सरकार गिर गई है. कुमारस्वामी सरकार विश्वास मत के दौरान बहुमत हासिल नहीं कर सकी. बीजेपी के पक्ष में 105 वोट पड़े जबकि कुमारस्वामी के पक्ष में 99 वोट मिले. कुमारस्वामी सरकार को 9 वोट कम मिले. 23 मई 2018 को कर्नाटक में कुमारस्वामी की सरकार बनी थी.
इससे पहले, बहस का जवाब देते हुए कुमारस्वामी ने कहा, “मैं फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं.” इससे पहले, उन्होंने राज्य की जनता और स्पीकर से माफी मांगी. उन्होंने कहा कि वह एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री है. हमेशा राजनीति से दूर रहना चाहते थे.”
विधानसभा की दलीय स्थिति कुछ इस प्रकार है:
कांग्रेस-जेडीएस 100
बीजेपी 105
निर्दलीय 02
बीएसपी 01
बागी 15
उधर, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाया है कि करोड़ों रुपये देकर विधायकों की खरीद फरोख्त की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के बागी विधायकों को अयोग्य घोषित किया जाएगा. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा 25 करोड़, 30 करोड़, 50 करोड़, इतना पैसा कहां से आ रहा है. वो विधायक (बागी) अयोग्य घोषित कर दिए जाएंगे. इनकी राजनीतिक ‘समाधि’ बनाई जाएगी. 2013 से दल-बदल करने वाले हारते रहे हैं. यही अंजाम इस बार इस्तीफा देने वालों का होगा. ऐसा ही होना चाहिए’.
सिद्धारमैया ने कहा होलसेल व्यापार एक समस्या है. अगर एक दो सदस्यों का रिटेल ट्रेड होता तो को समस्या नहीं थी. जो विधायक (बागी) गए हैं वह होलसेल ट्रेड में शामिल थे.