आईसीसी विश्वकप में टीम इंडिया के सफर खत्म होने के साथ ही धोनी के संन्यास की अटकलें तेज हो गई है, माना जा रहा है कि सेमीफाइनल धोनी का आखिरी वनडे मैच था, लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि धोनी फिलहाल संन्यास नहीं लेंगे, टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और मुख्य कोच रवि शास्त्री चाहते हैं, धोनी खेलते रहें, रही बात वेस्टइंडीज दौरे की, तो वहां वो चोट की वजह से नहीं जा रहे हैं, हालांकि धोनी के साथ चयनकर्ताओं की मीटिंग या बात अभी नहीं हो पाई है, इसके बाद तय हो जाएगा, कि धोनी संन्यास लेंगे या नहीं।
विराट कोहली पक्ष में हैं
सूत्रों का दावा है कि विराट कोहली और रवि शास्त्री फिलहाल धोनी को टीम में चाहते हैं, पहले माना जा रहा था, कि माही संन्यास की तैयारी कर रहे हैं, इसलिये वेस्टइंडीज दौरे पर वो टीम का हिस्सा नहीं होंगे, लेकिन बीसीसीआई से जुड़े सूत्रों का दावा है कि धोनी को पीठ में दर्द की तकलीफ है, इसलिये उन्होने आराम करने का फैसला लिया है।
कप्तान और कोच समर्थन में खड़े
सूत्रों के अनुसार विराट कोहली और रवि शास्त्री चाहते हैं कि धोनी कुछ समय और टीम के साथ बने रहें, ताकि ऋषभ पंत जैसे युवा विकेटकीपर को तैयार किया जा सके, धोनी पहले ही कह चुके हैं, कि वो चेन्नई सुपरकिंग्स के लिये अगले साल आईपीएल खेलेंगे, यानी अगर वो संन्यास लेंगे, तो हर प्रारुप को अलविदा कह देंगे, फिलहाल कहा जा रहा है कि वो टी-20 विश्वकप 2020 तक खेलेंगे।
धीमी बल्लेबाजी के लिये आलोचना
इस विश्वकप में धोनी ने कुछ मुकाबलों में धीमी बल्लेबाजी की, जिसकी वजह से उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, खासकर अफगानिस्तान के खिलाफ धोनी की पारी काफी धीमी थी, कई दिग्गज क्रिकेटरों ने भी उनकी आलोचना की थी, हालांकि कुछ मुकाबलों में धीमी शुरुआत के बाद धोनी गियर बदलते दिखे, लेकिन इसके बावजूद आलोचक लगातार निशाना साध रहे हैं।