आईसीसी विश्वकप के फाइनल में न्यूजीलैंड हार गई, इस मुकाबले में दो बार मैच टाई हुई, अंतिम नतीजा बाउंड्री काउंट से हुआ, जिसकी दुनिया भर में आलोचना हो रही है। इसके साथ ही मैच के आखिरी ओवर में ओवरथ्रो से इंग्लैंड को 6 रन मिले, इसकी भी खूब चर्चा हो रही है, बताया जा रहा है कि नियमों के अनुसार इंग्लैंड को सिर्फ 5 रन दिये जाने चाहिये थे, अब इस पर किवी कप्तान केन विलियमसन ने कहा कि वो मैदान पर इस नियम के बारे में नहीं जानते थे।
कैसे चर्चा में आया विवाद
मैच खत्म होने के बाद दुनिया भर में बाउंड्री काउंट की खूब चर्चा हो रही थी, इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व अंपायर साइमन टॉफेल ने ये कहकर सनसनी फैला दी, कि आखिरी ओवर में चौथी गेंद पर जो ओवरथ्रो हुआ था, उसमें इंग्लैंड को सिर्फ 5 रन ही दिये जा सकते थे, क्योंकि दौड़ा गया रन पूरा नहीं माना जा सकता था, दुनिया भर में ये खबर वायरल हो गई, जिसके बाद नये बहस ने जन्म ले लिया, सवाल ये भी पूछा जाने लगा कि आखिर अंपायरों से ऐसी चूक कैसे हो गई।
क्या कहा केन विलियमसन ने
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने कहा कि उन्हें इस बारीक नियम की जानकारी नहीं थी, न्यूजीलैंड मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार वास्तव में उन्हें इस नियम की जानकारी तब नहीं थी, जाहिर है कि आप उस पर भरोसा करते हैं, जो अंपायर करते हैं, लेकिन मेरे हिसाब से अब ये उन्हीं चीजों की तरह है, जो अगर कुछ अलग होता की श्रेणी में आता है, इससे पहले भी विलियमसन कह चुके हैं कि नियम नियम होता है, इंग्लैंड समेत हम सभी अपने हिसाब से खेलने की कोशिश करते हैं, हमें लगा था कि हम खिताब जीत जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
क्या है ओवर थ्रो विवाद
आपको बता दें कि जब कोई ओवरथ्रो रन होता है, तो अंपायरों को तय करना होता है, कि दौड़ा गया रन भी ओवरथ्रो में शामिल करना है या नहीं, इसके लिये नियम ये है कि जब फिल्डर गेंद फेंक रहा हो, तो हाथ से गेंद छूटने से पहले बल्लेबाजों को एक-दूसरे को क्रॉस करना होता है, तो ओवरथ्रो के रनों में दौड़ा गया रन भी जोड़ा जाता है, ऐसा ही कुछ यहां भी अंपायरों को देखना था, लेकिन वो नहीं देख सके, जब गप्टिल गेंद फेंक रहे थे, तो स्टोक्स और आदिल राशिद एक-दूसरे को क्रॉस नहीं कर सके थे, इस लिहाज से इंग्लैंड को 6 नहीं बल्कि 5 रन मिलने चाहिये थे।