जयपुर। जयपुर में एक नाबालिग बच्ची से रेप के आरोपित सिकंदर उर्फ़ जीवाणु को गिरफ़्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसे एक ‘सेक्सुअल प्रिडेटर’ कहा है, जिसका अर्थ हम हिंदी में ‘यौन भक्षक’ या ‘यौन शिकारी’ के रूप में निकाल सकते हैं। पुरुष, किन्नर, बच्चे-बच्चियाँ व महिलाएँ- वह इन सभी को अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया करता था। 34 वर्षीय सिकंदर ख़ान अब तक 25 नाबालिग बच्चे-बच्चियों के साथ दुष्कर्म कर चुका है और इसके अलावा उसने 40 के क़रीब पुरुषों व किन्नरों को भी अपने यौनाचार का शिकार बनाया है। उसने अपने बारे में यह बताया है कि वह न्यायिक अभिरक्षा में अन्य क़ैदियों तक को भी नहीं छोड़ता था।
सिकंदर ख़ान हिंसक प्रवृति का है और वह यौनाचार के दौरान हिंसा पर उतारू हो जाता था। हालिया वारदात के बाद वह फुटपाथ पर सोया हुआ था। इस मामले ने राजस्थान पुलिस व प्रशासन की भी पोल खुल गई है। पुलिस ने चारों तरफ़ नाकाबंदी का दावा किया था लेकिन तब भी आरोपित जयपुर से कोटा जा पहुँचा। उसने पुलिस की चौकसी के लाख दावों के बीच बाइक से बेख़ौफ़ कोटा तक का सफर पूरा किया। इतना ही नहीं, उसने रास्ते में देवली क्षेत्र में हवाई फायर कर एक शराब की दुकान में लूटपाट भी की।
उक्त शराब की दूकान से उसने 20 हज़ार रुपए लूट लिए व कुछ गहनें भी ले गया। कोटा में वह अपने दोस्त बाबू ख़ान के पास रुका हुआ था। इस बीच पीड़ित बच्चियों के परिजनों ने आरोपित को फाँसी देने की माँग की है। सिकंदर के एक दोस्त के बारे में भी पता चला है, जिसका नाम रफीक है। रफीक और सिकंदर मिल कर चोरी किया करते थे। दोनों के बीच इस बात को लेकर प्रतिस्पर्द्धा रहती थी कि एक रात में कौन सबसे ज्यादा चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है! सिकंदर मुक़ाबले में हमेशा जीत जाता था, इसीलिए उसका नाम जीवाणु और रफ़ीक का नाम कीटाणु पड़ा।
सिकंदर ख़ान मादक पदार्थों की सप्लाई भी किया करता था। एक बच्ची के परिजन ने बताया कि जीवाणु जब उनकी कॉलोनी में रुका हुआ था, तब उसकी नज़र उक्त 10 वर्षीय बच्ची पर थी और वह बच्ची को नई सैंडल दिलाने और फ़िल्म दिखाने के बहाने बाहर ले जाने की फ़िराक़ में रहता था। बच्ची की अम्मी ने बताया कि सिकंदर ख़ान बच्ची को ‘राजा’ कह कर बुलाया करता था। समय रहते बच्ची को सिकंदर के पास जाने से मना कर दिया गया था, जिससे वह बच गई। सिकंदर ख़ान पिस्तौल दिखा कर बच्चों को डराया भी करता था। वह अब तक कई बार जेल जा चुका है।
सिकंदर ख़ान ने 2004 में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या करने की बात स्वीकार की है। मुरलीपुरा थाना क्षेत्र में एक लड़के को उसने ब्रेड खिलाने के बहाने ले जाकर उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया और उसकी हत्या कर शव को पानी की टंकी में फेंक दिया था। इस मामले में उसे उम्रकैद की सज़ा मिली थी। 2015 में वह जेल से बाहर आया। 1 जुलाई 2019 को 7 साल की बच्ची से बलात्कार वाले मामले से पहले वह 22 जून को भी एक 4 वर्षित बच्ची के साथ बलात्कार कर चुका है। जून 2017 में उसने एक सार्वजनिक स्थान पर लोगों के बीच ही 2 बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार किया और जब एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसके सिर पर वार किया था।