नई दिल्ली/बेंगलुरु। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार संकट से घिर गई है. दोनों पार्टियों के करीब 14 विधायकों ने इस्तीफा सौंप दिया है. हालांकि उनका इस्तीफा अभी स्पीकर ने स्वीकार नहीं किया है. लेकिन दोनों ओर से आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. कांग्रेस के विधायक सिद्धारमैया को सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं, तो जेडीएस के विधायक आरोप लगा रहे हैं कि ये गठबंधन जनता की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा है. अब बगावत पर उतरे ये विधायक बेंगलुर से गोवा जा रहे हैं.
इस्तीफा सौंपने वाले ज्यादातर विधायक बेंगलुरु के हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड Hindustan Aeronautics Limited (HAL) airport पर पहुंचे. यहां से ये विधायक स्पेशल फ्लाइट से मुंबई के लिए रवाना हुए. रात्रि 8 बजे के आसपास कांग्रेस और जेडीएस के 10 विधायक मुंबई पहुंच गए. वहीं कांग्रेस के तीन विधायक रामलिंगा रेड्डी, एसटी सोमशेखर और मुनिरत्ना अभी बेंगलुरु में ही हैं.
इधर इस संकट पर कांग्रेस की दिल्ली में एक आपातकालीन बैठक हुई. कर्नाटक संकट पर हुई इस बैठक में कांग्रेस के सभी बड़े नेता शामिल हुए. इसमें पी चिदंबरम, रणदीप सुरजेवाला, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेता बैठक में पहुंचे. इस बैठक के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस संकट के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है, वह कांग्रेस के वफादार रहे हैं. मुझे लगता है कि वह अपने फैसले पर फिर से सोचेंगे. उन्होंने कहा, अभी मैं दिल्ली में हूं, जब वहां पहुंचूंगा तभी इस बारे में और बात कह पाउंगा.
उधर सरकार पर आए इस संकट को हल करने के लिए कांग्रेस ने अपने नेता के वेणुगोपाल को दिल्ली से बेंगलुरु के लिए रवाना कर दिया. वह शाम को बेंगलुरु पहुंच गए हैं. इससे पहले इस्तीफा देने वाले बागी विधायकों के साथ कर्नाटक सरकार में पावरफुल मंत्री रहे डीके शिवकुमार ने मीटिंग की, लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला.
अब तक कांग्रेस के 10 से ज्यादा विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. वहीं जेडीएस से 3-4 विधायक अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं.