नई दिल्ली। आज सबकी निगाहें वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए जाने वालेबजट (Budget 2019) पर है. बजट से ठीक पहले गुरुवार को आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया था. निर्मला सीतारमण देश की पहली महिला वित्तमंत्री हैं जो बजट पेश करेंगी. इस बार मोदी सरकार को 2014 से भी ज्यादा बहुमत मिला है. इसलिए, जनता से लेकर हर सेक्टर को सरकार से काफी उम्मीदें हैं. टैक्सपेयर्स ज्यादा छूट की मांग कर रहे हैं तो उद्योगपति कॉरपोरेट टैक्स में कटौती की मांग कर रहे हैं. कई सेक्टर ऐसे हैं, जहां GST की दर घटाने की मांग की गई है. किसे क्या मिलता है, इसके लिए तो इंतजार करना होगा.
क्या आप जानते हैं कि कौन लोग हैं जिनकी मदद से बजट तैयार किया जाता है और नीतियों का निर्धारण होता है? इस बजट को तैयार करने में मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम, वित्त और आर्थिक सचिव सुभाष चंद्र गर्ग, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे, एक्सपेंडिचर सचिव जीसी मुर्मू, वित्तीय सेवाएं विभाग के सचिव राजीव कुमार, DIPAM सचिव अतानु चक्रवर्ती, वित्त मंत्रालय में प्रमुख आर्थिक सलाहकार संजीव सांन्याल जैसे लोगों ने अहम भूमिक निभाई है.
बता दें, आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेश करते हुए वित्तमंत्री ने कहा था कि हमारा लक्ष्य 2025 तक 5 लाख करोड़ डॉलर की इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य है. इसके लिए रोजगार और निवेश पर विशेष ध्यान होगा. निवेश आने से रोजगार की संभावना बढ़ेगी साथ ही मांग बढ़ने से अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ेगी.