नई दिल्ली। बजट से पहले आज पता चलेगा कि देश की आर्थिक सेहत कैसी है. वित्त मंत्री सीतारामन आज लोकसभा में दोपहर 12 बजे आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. इसके बाद इसे राज्यसभा के पटल पर भी रखा जाएगा. हर साल बजट पेश करने से एक दिन पहले संसद में ऑर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाता है. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट पांच जुलाई यानी कल पेश होगा.
देश के विकास का सालाना लेखा-जोखा होता है आर्थिक सर्वे
दरअसल आर्थिक सर्वे में देश के विकास का सालाना लेखा-जोखा होता है. इसमें पिछले एक साल में अर्थव्यवस्था और सरकार की योजनाओं से देश में क्या प्रगति हुई इसकी जानकारी मिलती है. आर्थिक सर्वेक्षण पेश होने के अगले दिन आम बजट आएगा. ऐसे में आर्थिक सर्वेक्षण से बजट में मोदी सरकार की आर्थिक दिशा और दशा का अंदाजा लगाया जा सकेगा.
ये दस्तावेज वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार तैयार करते है. यह वित्त मंत्रालय का बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है. खासकर इसमें सरकार की नीतियों के बारे में जानकारी होती है.
देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का ये पहला बजट है और इसी लिहाज से पहली बार वो आर्थिक सर्वेक्षण भी सदन के पटल पर रखेंगी. इससे पहले वो मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रक्षा मंत्री का प्रभार संभाल चुकी हैं. निर्मला सीतारमण देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं और इस लिहाज से उनके सामने कई चुनौतियां भी होंगी. इस बजट में वित्त मंत्री के ऊपर फिर से देश की इकोनॉमी को सही ट्रेक पर लाने की जिम्मेदारी भी है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को सुबह 11.00 बजे अपने बजटीय भाषण की शुरुआत करेंगी. वित्त मंत्री अपने भाषण की शुरुआत लोकसभा स्पीकर को संबोधित करके शुरू करेंगी. इसके अलावा 8 जुलाई को बजट पर आम चर्चा हो सकती है और 11 से 17 जुलाई के बीच अनुदान मांगों पर भी चर्चा हो सकती है.
आर्थिक सर्वेक्षण को लेकर ब्रीफिंग करेंगे मुख्य आर्थिक सलाहकार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2018-19 पेश किए जाने के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ कृष्णमूर्ति वी. सुब्रमण्यन अपनी टीम के साथ दोपहर में प्रेस ब्रीफिंग करेंगे.