अनदेखी से नाराज भारत के मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज अंबाती रायडू ने बुधवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा की. रायडू को विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया गया था. रिजर्व में नाम होने के बावजूद, शिखर धवन और विजय शंकर के चोटिल होने पर उन्हें टीम में नहीं शामिल किया गया और ऋषभ पंत एवं मयंक अग्रवाल को उनकी जगह मौका दिया गया.
इन सब घटनाक्रमों को उनके इस्तीफे के मुख्य वजह के तौर पर देखा जा रहा है. कई पूर्व क्रिकेटर ने रायडू के साथ हुए ‘अन्याय’ पर अपनी राय खुलकर जाहिर की है. इसी कड़ी में पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि वह रायडू का दर्द समझ सकते हैं. लक्ष्मण ने अपने एक ट्वीट में कहा, “बेहतर प्रदर्शन के बावजूद रायडू को विश्वकप की टीम में शामिल न करना दुर्भाग्यपूर्ण था. मैं उन्हें दूसरी पारी के लिए खुशी एवं शांति की कामना करता हूं.”
उधर, पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने अंबाती रायडू के अचानक लिए गए संन्यास के लिए बीसीसीआई के चयनकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है. गंभीर ने चयनकर्ताओं के इस रुख को शर्मनाक भी करार दिया है. गंभीर का कहना है कि चयनकर्ताओं द्वारा नजरअंदाज किए जाने के कारण ही रायडू ने संन्यास की घोषणा की है
रायडू ने भारत के लिए 47.05 की औसत के साथ 55 वनडे में कुल 1,694 रन बनाए. उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 124 रन रहा. उन्होंने तीन शतक और 10 अर्धशतक भी लगाए. उन्होंने छह टी-20 भी खेले. इसमें उन्होंने 10.50 की औसत से केवल 42 रन बनाए. इसके अलावा, 97 फस्र्ट क्लास मैच में उनके नाम 6,151 रन हैं. वह 2018 में आईपीएल जीतने वाली और इसी साल फाइनल में पहुंचने वाली चेन्नई का भी हिस्सा थे.