आईसीसी वर्ल्ड कप-2019 के 38वें मुकाबले में इंग्लैंड से मिली करारी शिकस्त के बाद से टीम इंडिया के प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे हैं. इस मैच में भारत जिस लक्ष्य का पीछा कर रहा था, वो अब तक के वर्ल्ड कप इतिहास में नहीं हासिल किया गया है. वहीं, भारत वर्ल्ड कप में कभी 300 के ऊपर के टारगेट को भी अचीव नहीं कर पाया है.
एजबेस्टन में 30 जून को भारत-इंग्लैंड के बीच खेले गए मैच में मेजबान इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 337 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था. जवाब भारतीय टीम निर्धारित ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 306 रन ही बना पाई थी. इस मुकाबले में इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय (66) और जॉनी बेयरस्टो (111) ने धमाकेदार शुरुआत की थी. 22 ओवर में मेजबान टीम ने बिना विकेट खोए 160 रन बना लिए थे. एक वक्त ऐसा लगा रहा था कि इंग्लैंड 400 का आंकड़ा पार कर जाएगा. हालांकि बीच के ओवरों में रन गति धीमी पड़ गई, लेकिन इंग्लैंड ने भारत को ऐसा लक्ष्य दे दिया जो अब तक वर्ल्ड कप में अचीव नहीं किया गया है.
वर्ल्ड कप में सबसे बड़ा टारगेट आयरलैंड ने हासिल किया है
अब तक वर्ल्ड कप में सबसे बड़ा टारगेट आयरलैंड ने हासिल किया है. 2011 के वर्ल्ड कप में आयरलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ 328 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया था. इसके बाद बांग्लादेश ने दो बड़े लक्ष्य हासिल किए. बांग्लादेश ने 2019 में वेस्टइंडीज और 2015 में स्कॉटलैंड के खिलाफ और क्रमश: 322 और 319 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी. श्रीलंका ने 1992 वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ 313 रनों का, जबकि 2015 में इंग्लैंड के 310 रनों के बड़े लक्ष्य को हासिल करने में श्रीलंकाई टीम सफल हुई थी.
300 से पार के टारगेट का पीछा नहीं कर पाया है भारत
भारत वर्ल्ड कप में 300 से ऊपर के लक्ष्य को कभी हासिल नहीं कर पाया है. 2015 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 288 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया था, जो उसका सर्वश्रेष्ठ है. 2011 में दूसरी बार वर्ल्ड चैम्पियन बनी टीम इंडिया ने इस वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ सर्वाधिक 275 रनों का लक्ष्य हासिल किया था. 2003 में टीम इंडिया ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के दिए गए 274 रनों के टारगेट को अचीव किया था.