टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अर्धशतकीय पारी खेली, जिसकी वजह से टीम सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच सकी, माही ने 61 गेंदों में 3 चौको और दो छक्को की मदद से 56 रन बनाये, उनकी पारी की खास बात ये रही कि टॉप ऑर्डर के ध्वस्त होने के बाद हार्दिक पंड्या के साथ मिलकर उन्होने उपयोगी साझेदारी की, दोनों ने 6ठें विकेट के लिये 70 रन जोड़े, जिसकी वजह से टीम 250 का स्कोर पार कर सकी, धोनी ने आखिरी ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाया।
धीमी बल्लेबाजी से आलोचकों के निशाने पर
मैच के दौरान जब महेन्द्र सिंह धोनी बल्लेबाजी करने क्रीज पर आये थे, तो टीम का स्कोर 4 विकेट पर 140 रन था, उन्होने शुरुआत काफी धीमी की, जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर उनके आलोचक उन पर पिल पड़े, हालांकि इन बातों से बेपरवाह धोनी अपने ही अंदाज में बल्लेबाजी करते रहे, और आखिरी गेंद तक एक छोर संभाले रखा।
पार्टनरशिप बनाई और स्कोर बढाया
धोनी ने पहले कप्तान विराट कोहली के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिये 40 रन जोड़े, फिर 6ठें विकेट के लिये पंड्या के साथ 70 रनों की साझेदारी की, इन दोनों साझेदारियों की वजह से ही टीम 268 के स्कोर तक पहुंच सकी, धोनी ने धीमी बल्लेबाजी की, उन्होने शुरुआती 45 गेंदों में सिर्फ 26 रन बनाये थे, हालांकि आखिरी के ओवर्स में उन्होने गियर बदला और आखिरी 16 गेंदों में 30 रन ठोंक दिये।
गांगुली के बराबर आये धोनी
धोनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 59 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया, ये उनके वनडे करियर का 72वां अर्धशतक था, वो टीम इंडिया की ओर से एकदिवसीय में सबसे ज्यादा अर्धशतक लगाने के मामले में तीसरे स्थान पर आ गये हैं, उन्होने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की बराबरी कर ली, उनसे आगे सचिन तेंदुलकर (96 अर्धशतक) और राहुल द्रविड़ (83 अर्धशतक) हैं।