वर्ल्ड कप (Cricket World Cup 2019) लीग राउंड के अपने छठे मैच में गुरुवार को भारत की भिड़ंत खतरनाक वेस्टइंडीज की टीम से होगी. इस मैच में जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे कोहली और रोहित की बैटिंग पर यदि सबकी निगाहें होंगी तो वहीं दूसरी तरफ ‘यूनिवर्सल बॉस’ क्रिस गेल की विस्फोटक पारी का भी फैंस को इंतजार होगा. वेस्टइंडीज टीम सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है लेकिन भारत एक और जीत के साथ सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करना चाहेगा. लेकिन यह कहना जितना आसान है उसे करना उतना आसान नहीं होगा. वेस्टइंडीज की टीम के पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है और वे बाकी मैचों में अन्य टीमों का समीकरण बिगाड़ने की कोशिश करेगी.
धोनी की बल्लेबाजी पर सबकी निगाहें
दूसरे पावर प्ले के महत्वपूर्ण ओवरों में पूर्व कप्तान धोनी की विफलता ने कप्तान विराट कोहली की चिंता थोड़ी बढ़ाई है. धोनी ने अफगानिस्तान के खिलाफ बेहद धीमी बल्लेबाजी करते हुए 52 गेंद में 28 रन बनाए और इसके लिए उन्हें काफी आलोचना का सामना भी करना पड़ा. यहां तक कि आम तौर पर शांत रहने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी उनके रवैये पर सवाल उठाए थे. तेंदुलकर ने टीवी चैनल पर कहा, ‘‘कोई सकारात्मक रवैया नजर नहीं आता.’’
वेस्टइंडीज की टीम में काफी तेज गेंदबाज हैं और ऐसे में धोनी को स्ट्राइक रोटेट करने में आसानी हो सकती है क्योंकि वह धीमे गेंदबाजों के खिलाफ सहज होकर नहीं खेल पा रहे हैं. पिछले मैच में अफगानिस्तान के धीमे गेंदबाजों ने इसका काफी फायदा उठाया था.
आईपीएल में धोनी की बल्लेबाजी और भारत के लिए 50 ओवर के प्रारूप में उनके प्रदर्शन में अंतर को लेकर काफी बहस हो रही है. चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलते हुए धोनी ने भारत के एक अनुभवहीन घरेलू गेंदबाज को निशाना बनाया जबकि बड़े अंतरराष्ट्रीय नामों के खिलाफ सुरक्षित क्रिकेट खेला.
लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करने के दौरान उन्होंने कागिसो रबादा या जोफ्रा आर्चर जैसे गेंदबाजों के खिलाफ कोई जोखिम नहीं उठाया जबकि अन्य गेंदबाजों के खिलाफ रन जुटाए. टीम को धोनी की रणनीति और तेजतर्रार विकेटकीपिंग की जरूरत है और ऐसे में कप्तान और कोच को उनकी भूमिका पर काफी माथापच्ची करनी होगी.
टीम प्रबंधन भी इस समस्या से वाकिफ है लेकिन अब जब चार लीग मैच बचे हैं तब उनके पास एकमात्र विकल्प धोनी के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करना है. संभवत: इससे केदार जाधव को अधिक गेंद खेलने को मिल सकती हैं जो अपने शाट चयन में नयापन लाने के लिए पहचाने जाते हैं. हार्दिक पंड्या का इस्तेमाल अब तक फ्लोटर के रूप में हुआ है लेकिन अफगानिस्तान के खिलाफ मैच ने दिखाया कि अगर उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिलता है तो फिर उन पर काफी दबाव आ जाता है.
ऋषभ पंत और विजय शंकर
कोहली और कोच रवि शास्त्री अब तक ऋषभ पंत का इस्तेमाल करने को लेकर काफी उत्सुक नजर नहीं आए हैं. टीम प्रबंधन अगर विजय शंकर को बाहर करने का फैसला करता है तो ही पंत को टीम में जगह मिल सकती है.
दूसरी तरफ पाकिस्तान के खिलाफ शानदार शुरुआत के बावजूद वेस्टइंडीज की टीम विश्व कप में सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है लेकिन टीम टूर्नामेंट का सकारात्मक अंत करना चाहेगी. आंद्रे रसेल पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण बाहर हो गए हैं और इससे टीम को बड़ा झटका लगा है. टीम के तेज गेंदबाजी विभाग ने हालांकि बेहतरीन क्षमता दिखाई है. शेल्डन कोट्रेल और ओशेन थामस की युवा तेज गेंदबाजी जोड़ी ने काफी प्रभावित किया है.
क्रिस गेल
कोहली और उप कप्तान रोहित शर्मा काफी अच्छी फार्म में हैं और ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों और वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के बीच अच्छा संघर्ष देखने को मिल सकता है. ‘यूनिवर्सल बॉस’ क्रिस गेल से अब भी बड़ी पारी का इंतजार है और कोहली उम्मीद कर रहे होंगे कि आज होने वाले मैच में ऐसा नहीं होगा.
टीमें इस प्रकार है:
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, विजय शंकर, हार्दिक पंड्या, महेंद्र सिंह धोनी, केदार जाधव, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, रविंद्र जडेजा, दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत.
समय: मैच भारतीय समयानुसार दोपहर तीन बजे शुरू होगा.