कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से सीधे टक्कर ले रहीं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata banerjee) ने अपने नेताओं को चेतावनी दी हैं. सीएम ममता ने दो टूक अंदाज में कहा है कि जो भी नेता सरकारी योजनाओं में या किसी अन्य तरह से भ्रष्टाचार में शामिल हैं उन्हें जेल भेजा जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अपनी पार्टी के नेताओं पर भी कार्रवाई से नहीं हिचकेंगी. राज्य की मुख्यमंत्री बनर्जी ने यह चेतावनी ऐसे समय दी है जब नदिया जिले में संगठन की बैठक हुई है जहां तृणमूल कांग्रेस को दो में से एक लोकसभा सीट पर बीजेपीके हाथों हार झेलनी पड़ी.
नदिया जिले से एक वरिष्ठ तृणमूल नेता ने कहा, ’हमारी पार्टी प्रमुख ने हमें भ्रष्टाचार में शामिल होने के खिलाफ चेताया है और हमसे कहा है कि अगर हमने किसी से ‘कट मनी’ ली है तो उसे वापस किया जाए. उन्होंने हमसे कहा है कि अगर कोई सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए ‘कट मनी’ लेते हुए पाया गया तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.’
ममता का अहं बंगाल के विकास को बाधित कर रहा :विजयवर्गीय
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह अपने अहं की संतुष्टि के लिए राज्य के विकास को बाधित कर रही हैं. विजयवर्गीय ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख पर जनता की सेवा करने के बजाय अपनी कुर्सी बचाने पर ज्यादा ध्यान देने का आरोप लगाया.
‘घुसपैठ को बढ़ावा दे रही हैं CM ममता’
लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने एवं अन्य मुद्दों पर राजनीतिक दलों के प्रमुखों के साथ प्रधानमंत्री की बैठक में शामिल होने का न्यौता मंगलवार को ममता की ओर से अस्वीकार किए जाने की पृष्ठभूमि में विजयवर्गीय ने यह टिप्पणी की.
बीजेपी नेता ने ममता और उनकी पार्टी पर वोट बैंक की राजनीति की खातिर घुसपैठ को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया. उन्होंन कहा, ‘अब वह बंगाली और गैर बंगाली के बीच विभाजन की लकीर खींच रही हैं. मुस्लिम तुष्टिकरण की उनकी राजनीति राज्य को प्रभावित कर रही है.’
‘ममता उबर नहीं पाई हैं CM ममता’
उन्होंने राज्य में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों की हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, ‘हम उन्हें उसी भाषा में जवाब दे सकते हैं जो वे समझते हैं लेकिन हम यह नहीं करना चाहते. हम लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों में यकीन रखते हैं.’
बीजेपी प्रदेश प्रमुख दिलीप घोष ने भी ममता की आलोचना करते हुए कहा कि वह संसदीय चुनाव में मिली हार से अब तक उबर नहीं पाई हैं. इसलिए वह केंद्र या भगवा पार्टी की ओर से बुलाई गई बैठक से दूर रहने के बहाने बना रही हैं.