बिश्केक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों के बीच रिश्तों के सभी पहलुओं की समीक्षा की. पिछले महीने भारत में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जबरदस्त जीत के बाद मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात है.
इस मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी ने अमेठी में राइफल फैक्ट्री की यूनिट लगाने के लिए राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद दिया. प्रधानमंत्री रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने को लेकर भी आभार जताया. पीएम मोदी ने दोहराया कि रूस और भारत पुराने दोस्त हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘विशेष साझेदार, विशेष संबंध. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से बिश्केक में एससीओ सम्मेलन से इतर मुलाकात की. रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की.’’
मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में भाग लेने के लिए बृहस्पतिवार को किर्गिस्तान की राजधानी पहुंचे थे. प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच त्रिपक्षीय मुलाकात भी हुई.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग से मुलाकात के दौरान पाकिस्तान पर भी चर्चा हुई. बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी जिनपिंग से साफ शब्दों में कहा कि फिलहाल पाकिस्तान से बातचीत का अभी माहौल नहीं है. इसके बीछे जो वजह बताई जा रही है कि पाकिस्तान के सामने जो पहले से मुद्दे उठाए गए थे उन पर कोई चर्चा नहीं हुई है. इनमें सबसे बड़ा मुद्दा आतंकवाद का है.
मसूद अजहर जैसे आतंकवादी पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगने के बावजूद अभी तक वे पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है. ऐसे में पाकिस्तान से द्वपक्षीय वार्ता करना गैर मुनासिब होगा. पाकिस्तान के एयर स्पेस के इस्तेमाल नहीं करने का फैसला करके कल ही भारत ने एक कड़ा संदेश दिया था.