नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तहत हुआ गठबंधन फेल हो गया । बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़ दिया है । हालांकि ये अस्थाई ब्रेक है, मायावती ने कहा है कि अगर सपा कार्यकर्ताओं में सुधार आता है वो एक बार फिर गठबंधन के बारे में सोच सकती हैं । लोकसभा चुनाव में करारी हार का ठीकरा सपा के सिर फोड़ते हुए उन्होने फिलहाल चुनावी सफर अकेले तय करने का फैसला किया है । मायावती की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद टीवी पत्रकारों ने इस ब्रेकअप को लेकर अपनी-अपनी राय पेश की ।
अंजना ओम कश्यप का ट्वीट
आजतक की टीवी एंकर अंजना ओम कश्यप ने मजेदार अंदाज में चुटकी ली । ब्रेकअप पर अंजना
ने ट्वीट किया – आधा तीतर आधा बटेर बनकर लड़ना भारी पड़ा ! तीतर के वोट बटेर को नहीं मिले। अभी इसके मद्देनज़र गठबंधन पर अस्थाई ब्रेक लगा दिया गया है। परिवार वालों को भी हारने से नहीं बचा सके। यादव बँट गए, ये है इनका सबक़ जो जातीय वोट बैंक से आगे बढ़ ही नहीं पा रहा ! #गठबंधनस्वाहा
मानक गुप्ता और सुशांत सिन्हा का ट्वीट
वहीं एंकर मानक गुप्ता ने मायावती पर चुटकी लेते हुए लिखा है – वोट % कम होने के बावजूद 0 से 10 सीट पर पहुँच गयीं, फिर भी हार के ज़िम्मेदार अखिलेश जी हैं जिनका वोट % भी कम हुआ और सीटें भी नहीं बढ़ीं. बहनजी की माया बहनजी ही जानें । वहीं सुशांत सिन्हा ने माया की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ट्वीट किया – मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके साफ कर दिया कि-
1. सपा-बसपा गठबंधन पर ब्रेक लग गया है
2. सपा में अपने कोर वोटर को भी बांधकर रखने की काबिलियत नहीं
3.सपा को सुधार की ज़रूरत
4. अखिलेश यादव को अपने कार्यकर्ताओं को मिशनरी में बदलना सीखना होगा
निष्कर्ष- हमें आपकी ज़रूरत नहीं।बाय बाय।
मायावती ने किया साफ, गठबंधन पर फिलहाल ब्रेक, एसपी में आया सुधार तो करेंगे विचार
मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सपा से किनारा किया
बसपा सुप्रीमों मायावती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन के खात्मे से लेकर भावी रणनीति की जानकारी मीडिया को दी । मायावती ने कहा कि अखिलेश और डिंपल के साथ हमेशा के लिए रिश्ते बने रहेंगे । मायावती ने कन्नौज में डिंपल, बदायूं में धर्मेंद यादव और फिरोजाबाद में अक्षय यादव की हार पर चिंता जताते हुए कहा कि इन यादव बाहुल्य सीटों पर भी यादव समाज का वोट एसपी को नहीं मिला । ऐसे में यह सोचने की बात है कि एसपी को बेस वोट बैंक यदि उससे छिटक गया है तो फिर उनका वोट बीएसपी को कैसे गया होगा।
आधा तीतर आधा बटेर बनकर लड़ना भारी पड़ा ! तीतर के वोट बटेर को नहीं मिले। अभी इसके मद्देनज़र गठबंधन पर अस्थाई ब्रेक लगा दिया गया है। परिवार वालों को भी हारने से नहीं बचा सके। यादव बँट गए, ये है इनका सबक़ जो जातीय वोट बैंक से आगे बढ़ ही नहीं पा रहा !#गठबंधनस्वाहा
— Anjana Om Kashyap (@anjanaomkashyap) June 4, 2019
वोट % कम होने के बावजूद 0 से 10 सीट पर पहुँच गयीं, फिर भी हार के ज़िम्मेदार अखिलेश जी हैं जिनका वोट % भी कम हुआ और सीटें भी नहीं बढ़ीं. बहनजी की माया बहनजी ही जानें ?
— Manak Gupta (@manakgupta) June 4, 2019
मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके साफ कर दिया कि-
1. सपा-बसपा गठबंधन पर ब्रेक लग गया है
2. सपा में अपने कोर वोटर को भी बांधकर रखने की काबिलियत नहीं
3.सपा को सुधार की ज़रूरत
4. अखिलेश यादव को अपने कार्यकर्ताओं को मिशनरी में बदलना सीखना होगा
निष्कर्ष- हमें आपकी ज़रूरत नहीं।बाय बाय।— Sushant Sinha (@SushantBSinha) June 4, 2019